विश्व चैंपियनशिप: दीपिका पदक जीतने की कोशिश करेंगी, गाथा भारत की अगली पीढ़ी का नेतृत्व करेंगी
Focus News 5 September 2025
ग्वांगजू (दक्षिण कोरिया), पांच सितंबर (भाषा) अपने करियर के अंतिम पड़ाव में अनुभवी तीरंदाज दीपिका कुमारी एक बार फिर विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने की कोशिश करेंगी जिसमें भारत 15 साल की गाथा खडके की अगुआई में अगली पीढ़ी का प्रदर्शन करने को तैयार है।
पुणे की गाथा ने राष्ट्रीय ट्रायल्स में चमकदार प्रदर्शन की बदौलत शनिवार से शुरू हो रहे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए सीनियर टीम में अपनी जगह पक्की की।
अनुभवी दीपिका और अंकिता भकत के साथ गाथा की उपस्थिति ने अतीत और भविष्य की तीरंदाजों के लिए कंधे से कंधा मिलाकर प्रतिस्पर्धा करने का मंच तैयार कर दिया है।
ट्रायल्स में अव्वल रहीं दीपिका के साथ अंकिता और गाथा ने भारत की तीन सदस्यीय रिकर्व महिला टीम बनाई।
गाथा ने जुलाई में मैड्रिड में पदार्पण किया था और चीनी ताइपे की ओलंपियन और विश्व कप पदक विजेता चिउ यी-चिंग को हराकर प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। उनका अंतिम-16 में पहुंचना इस प्रतियोगिता में भारतीय महिलाओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जिससे वह दीपिका और अंकिता से आगे हो गईं।
वहीं मां बनने के बाद 31 वर्षीय दीपिका के लिए विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने का एक और मौका है क्योंकि ओलंपिक के साथ यह पदक भी उनकी कैबिनेट में नहीं है। 2011 में पहली बार हिस्सा लेने बाद से इस सबसे प्रतिष्ठित भारतीय तीरंदाज ने केवल टीम रजत पदक (2011, 2015) जीते हैं लेकिन कोई व्यक्तिगत पदक नहीं जीता है। यह उनकी छठी विश्व चैंपियनशिप होगी।
अंकिता महिला टीम की तीसरी सदस्य हैं जिन्होंने दो साल पहले बर्लिन विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया था लेकिन पहले ही दौर में बाहर हो गई थीं।
भारतीयों के सामने दक्षिण कोरिया की कड़ी चुनौती होगी जिसकी अगुआई तोक्यो ओलंपिक चैंपियन एन सान तथा मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और दुनिया की नंबर एक तीरंदाज लिम सिह्योन कर रही हैं।
महिला रिकर्व में कोरियाई टीम प्रबल दावेदार हैं और यह देखना होगा कि क्या भारतीय उनकी बाधा पार कर पाते हैं।
पुरुष रिकर्व में धीरज बोम्मादेवरा, नीरज चौहान और राहुल के साथ भारत की अगुवाई करेंगे।
कभी देश की सबसे उज्ज्वल ओलंपिक उम्मीद माने जाने वाले धीरज एशियाई खेलों और पेरिस ओलंपिक के बाद आशाओं पर खरे नहीं उतर पाए हैं लेकिन ग्वांगजू में उनके पास वापसी का मौका है।
पुरुष टीम डेन बॉश 2019 के रजत पदक की बराबरी करने की उम्मीद करेगी जो रिकर्व तीरंदाजी में भारत का आखिरी पोडियम स्थान था।
इस प्रतियोगिता में भारत को सबसे बड़ी सफलता कंपाउंड वर्ग में मिली है जिसमें पिछले चरण में ओजस देवताले और अदिति स्वामी ने क्रमश: पुरुष और महिला दोनों वर्गों में व्यक्तिगत चैंपियन बनकर इतिहास रचा था।
लेकिन इस बार दोनों ही क्वालीफाई करने में असफल रहे जिससे इस बार दारोमदार पुरुष वर्ग में प्रथमेश फुगे, अमन सैनी और ऋषभ यादव जैसे खिलाड़ियों पर होगा। वहीं महिला टीम की कमान अनुभवी ज्योति सुरेखा वेन्नम संभालेंगी जो अब भी विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक की तलाश में हैं। वेन्नम के नाम तीन विश्व पदक – रजत (यांकटन 2021) और कांस्य (डेन बॉश 2019, बर्लिन 2023)- हैं। उनके साथ परनीत कौर और युवा पृथिका प्रदीप भी होंगी।
भारतीय टीम इस प्रकार है :
रिकर्व पुरुष: धीरज बोम्मदेवरा, नीरज चौहान, राहुल
रिकर्व महिला: दीपिका कुमारी, अंकिता भकत, गाथा खडके
कंपाउंड पुरुष: प्रथमेश फुगे, अमन सैनी, ऋषभ यादव
कंपाउंड महिला: परनीत कौर, पृथिका प्रदीप, ज्योति सुरेखा वेन्नम।