
शरीर के स्वस्थ रहने में रक्त संचार का नियंत्रित होना बहुत जरूरी है। अगर रक्त संचार ठीक रहेगा तो हम बीमारियों से भी दूर रह सकते हैं लेकिन अगर यह अनियंत्रित हो जाए तो शरीर में कई सारी बीमारियां पनपने लगेंगी। खराब रक्त संचरण से दिमाग के साथ-साथ हृदय, लिवर, किडनी और अन्य अंगों को गंभीर नुकसान हो सकता है। इसके अलावा शरीर में खराब ब्लड सर्कुलेशन से डायबिटीज, ब्लड क्लॉट यानी खून के थक्के जमना और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं भी हो सकती है। इसके लक्षणों में मांसपेशियों में ऐंठन व सुन्न होना, पाचन संबंधित समस्या, हाथों या पैरों का ठंडा हो जाना या दर्द होना आदि शामिल हैं।योग,व्यायाम,कसरत,
नियमित रूप से टहलना,सप्ताह में एक बार पूरे शरीर की मालिश करवाने के साथ ही साथ पौष्टिक आहार का भी रक्त संचरण को सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत बड़ा स्थान है।सभी हरी सब्जियां एवं मौसमी ताजे फल रक्त संचरण को सुचारू रूप से चलाने मैं बहुत ही आवश्यक भूमिका अदा करते हैं। जाने कुछ ऐसी ही विशेष सब्जियों के बारे में, जो हमारे रक्त संचार को बेहतर बनाए रखने मे मदद कर सकते हैं:-
हरी पत्तेदार सब्जियां एवं ताजे मौसमी फल :-
हमेशा स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से हरी पत्तेदार सब्जियों, जैसे पालक, बथुआ चौलाई साग, बंद गोभी, पत्तागोभी, टिंडा, सहजन इत्यादि और ताजा मौसमी फलों आदि का सेवन करना चाहिए। ये ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने के साथ-साथ उन्हें बढ़ाते भी हैं। फलों में सेब, नाशपाती, बाबूगोशा,अंगूर ,केला अनानास अनार कीवी आड़ू चीकू चेरी अंगूर जामुन इत्यादि तमाम मौसमी फल रक्त संचार को बढ़ाने में पूरी मदद करते हैं। जब भी खाइए मौसमी फल और सब्जी खाइए। बेमौसम के सब्जी और फल फायदा कम नुकसान ज्यादा करते हैं।
टमाटर :-
टमाटर खाने से निश्चित रूप से रक्त संचार अच्छा रहता है और यह नसों की ब्लॉकेज को भी रोकता है। दरअसल, इसमें मौजूद गुण रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने से रोकते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं। टमाटर को सब्जी में डालकर, सलाद या चटनी के रूप में खा सकते हैं या जूस बनाकर भी पी सकते हैं। (जिनको पथरी की शिकायत अथवा यूरिक एसिड की शिकायत अथवा और कोई बीमारी हो तो चिकित्सकीय परामर्श बहुत आवश्यक है)। वैसे टमाटर का भाव अभी सातवें आसमान पर चढ़ा हुआ है इसलिए इसे कभी कभार ही लेना ठीक रहेगा।
लहसुन और प्याज :-
ये दोनों ही चीजें कई मायनों में सेहत के लिए लाभदायक होती हैं। रोजाना प्याज का सेवन जहां धमनियों को बंद होने से रोकता है और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है, तो वही रोजाना लहसुन खाने से भी यह हमारे रक्त प्रवाह की समस्या से काफी हद तक बचाव कर सकता है। (यह सिर्फ उनके लिए है जो प्याज लहसुन को अपने भोजन में प्रयोग करते हैं)
नमक कम खाएं :-
रक्त प्रवाह बढ़ाने के लिए नमक कम खाना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में नमक का सेवन ब्लड सर्कुलेशन पर नकरात्मक प्रभाव डालता है। अधिक नमक का सेवन धमनियों को सख्त बना देता है, जिससे शरीर में रक्त प्रवाह रूक जाता है। इसके अलावा ज्यादा नमक खाने से और भी कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है।
सूखे मेवे जरूर खाएं :-
सूखे मेवों में तमाम प्रकार के विटामिंस न्यूट्रिएंट्स एवं पोषक तत्व मिलते हैं जिससे शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है तथा कई बीमारियों से भी बचाव करती है।
ध्यान दें :- यदि आपको किसी भी प्रकार की कोई भी बीमारी है जिसका इलाज चल रहा हो तो बिना चिकित्सकीय परामर्श के कुछ भी ना लें।
नियमित रूप से टहलना,सप्ताह में एक बार पूरे शरीर की मालिश करवाने के साथ ही साथ पौष्टिक आहार का भी रक्त संचरण को सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत बड़ा स्थान है।सभी हरी सब्जियां एवं मौसमी ताजे फल रक्त संचरण को सुचारू रूप से चलाने मैं बहुत ही आवश्यक भूमिका अदा करते हैं। जाने कुछ ऐसी ही विशेष सब्जियों के बारे में, जो हमारे रक्त संचार को बेहतर बनाए रखने मे मदद कर सकते हैं:-
हरी पत्तेदार सब्जियां एवं ताजे मौसमी फल :-
हमेशा स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से हरी पत्तेदार सब्जियों, जैसे पालक, बथुआ चौलाई साग, बंद गोभी, पत्तागोभी, टिंडा, सहजन इत्यादि और ताजा मौसमी फलों आदि का सेवन करना चाहिए। ये ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने के साथ-साथ उन्हें बढ़ाते भी हैं। फलों में सेब, नाशपाती, बाबूगोशा,अंगूर ,केला अनानास अनार कीवी आड़ू चीकू चेरी अंगूर जामुन इत्यादि तमाम मौसमी फल रक्त संचार को बढ़ाने में पूरी मदद करते हैं। जब भी खाइए मौसमी फल और सब्जी खाइए। बेमौसम के सब्जी और फल फायदा कम नुकसान ज्यादा करते हैं।
टमाटर :-
टमाटर खाने से निश्चित रूप से रक्त संचार अच्छा रहता है और यह नसों की ब्लॉकेज को भी रोकता है। दरअसल, इसमें मौजूद गुण रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने से रोकते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं। टमाटर को सब्जी में डालकर, सलाद या चटनी के रूप में खा सकते हैं या जूस बनाकर भी पी सकते हैं। (जिनको पथरी की शिकायत अथवा यूरिक एसिड की शिकायत अथवा और कोई बीमारी हो तो चिकित्सकीय परामर्श बहुत आवश्यक है)। वैसे टमाटर का भाव अभी सातवें आसमान पर चढ़ा हुआ है इसलिए इसे कभी कभार ही लेना ठीक रहेगा।
लहसुन और प्याज :-
ये दोनों ही चीजें कई मायनों में सेहत के लिए लाभदायक होती हैं। रोजाना प्याज का सेवन जहां धमनियों को बंद होने से रोकता है और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है, तो वही रोजाना लहसुन खाने से भी यह हमारे रक्त प्रवाह की समस्या से काफी हद तक बचाव कर सकता है। (यह सिर्फ उनके लिए है जो प्याज लहसुन को अपने भोजन में प्रयोग करते हैं)
नमक कम खाएं :-
रक्त प्रवाह बढ़ाने के लिए नमक कम खाना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में नमक का सेवन ब्लड सर्कुलेशन पर नकरात्मक प्रभाव डालता है। अधिक नमक का सेवन धमनियों को सख्त बना देता है, जिससे शरीर में रक्त प्रवाह रूक जाता है। इसके अलावा ज्यादा नमक खाने से और भी कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है।
सूखे मेवे जरूर खाएं :-
सूखे मेवों में तमाम प्रकार के विटामिंस न्यूट्रिएंट्स एवं पोषक तत्व मिलते हैं जिससे शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है तथा कई बीमारियों से भी बचाव करती है।
ध्यान दें :- यदि आपको किसी भी प्रकार की कोई भी बीमारी है जिसका इलाज चल रहा हो तो बिना चिकित्सकीय परामर्श के कुछ भी ना लें।