नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बृहस्पतिवार को शिक्षकों से स्कूली बच्चों को स्वदेशी रहन सहन, प्रकृति संरक्षण और देश की सांस्कृतिक जड़ों से जोड़कर उन्हें भविष्य के नेता के रूप में तैयार करने का आह्वान किया।
एनडीएमसी की ओर से आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने दिल्ली की समस्याओं के समाधान और यमुना के पुनरुद्धार के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
पांच सितंबर को मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर उन्होंने कहा, “स्कूली बच्चों को यह जानने की जरूरत है कि स्वदेशी का क्या अर्थ है और दूसरे देशों में निर्मित सामान खरीदने से स्थानीय व्यवसायों पर क्या प्रभाव पड़ता है।”
उन्होंने कहा कि शिक्षक प्रकृति से जुड़ने, जल संरक्षण, पेड़ों की कटाई रोकने और नदियों व पहाड़ों के महत्व को समझने में भी छात्रों की मदद कर सकते हैं।
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के लोगों को शहर को बेहतर बनाने और यमुना के पुनरुद्धार के लिए सामूहिक प्रयास करने चाहिए, क्योंकि इसकी वर्तमान स्थिति के लिए सभी जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, “अगर यमुना मेरे सामने आए तो मैं उससे माफी मांगूंगी क्योंकि हम सभी उसकी प्रदूषित स्थिति और उसमें बहने वाले गंदे पानी के लिए जिम्मेदार हैं। हमें इसे सुधारने के लिए एक साथ आना होगा।”