मुंबई, नौ सितंबर (भाषा) भारतीय रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 14 पैसे बढ़कर 87.95 पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के चलते रुपये को बढ़त मिली, जबकि भारत पर अमेरिकी शुल्क को लेकर चिंताओं ने घरेलू मुद्रा की बढ़त को सीमित किया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि भारत पर अमेरिकी शुल्क की चिंताओं और वैश्विक अनिश्चितता के कारण रुपया दबाव में रह सकता है। इसके अलावा, घरेलू मुद्रा के रिकॉर्ड निचले स्तर पर होने के कारण आगे गिरावट रोकने के लिए आरबीआई हस्तक्षेप कर सकता है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.98 पर खुला और फिर 87.95 पर पहुंच गया। यह पिछले बंद भाव से 14 पैसे की बढ़त दर्शाता है।
रुपया शुक्रवार को अब तक के सबसे निचले स्तर 88.38 पर पहुंच गया था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 97.40 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.53 प्रतिशत बढ़कर 66.37 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।