नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि अगले पांच वर्ष में वह सीनियर राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच बनने का अपना सपना साकार कर लेंगे और उस समय तक वह जूनियर खिलाड़ियों के साथ काम करते हुए आवश्यक परिपक्वता हासिल कर लेंगे।
श्रीजेश जूनियर पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच हैं और सीनियर टीम की जिम्मेदारी लेने की इच्छा पहले ही व्यक्त कर चुके हैं।
श्रीजेश ने पीटीआई से कहा, ‘‘कोचिंग मेरे लिए नई है। मैं 25 साल हॉकी खेला हूं इसलिए जूनियर स्तर मेरे लिए सीखने का सही स्थान है। मेरे पास सब जूनियर स्तर के लिए धैर्य नहीं है जहां आपको बुनियादी बातें सिखाने की जरूरत होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक खिलाड़ी से कोच बनना एक बदलाव है। मुझे लगता है कि जूनियर स्तर सबसे अच्छा मंच है जहां मैं बहुत कुछ सीख सकता हूं इसलिए अभी मैं इसी प्रक्रिया से गुजर रहा हूं।’’
श्रीजेश ने कहा, ‘‘मुझे सीनियर कोच बनने के लिए उस परिपक्वता की जरूरत है। मैं अचानक इसमें नहीं कूद सकता लेकिन निश्चित रूप से यह भविष्य का लक्ष्य है। मैं अपना काम कर रहा हूं। मैंने एफआईएच लेवल तीन कोचिंग कोर्स किया है।’’
हॉकी इंडिया लीग की टीम एसजी पाइपर्स के हॉकी निदेशक श्रीजेश ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पांच से छह साल बाद मेरे पास कोच के रूप में भारतीय पुरुष टीम का नेतृत्व करने का अनुभव होगा।’’
दो बार के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता श्रीजेश का मानना है कि भारतीय टीम में 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में होने वाले आगामी जूनियर विश्व कप में पोडियम पर जगह बनाने की क्षमता है।