कंजंक्टिवायटिस होने पर रोगी की आंखों पर बर्फ की पट्टी रखें। यह क्रिया कुछ समय हेतु बार-बार दोहराएं। इससे आंखों को आराम मिलेगा। कंजंक्टिवायटिस होने पर धूप और आंधी में घर से बाहर न निकलें। यदि निकलना भी पड़े तो अच्छी कंपनी का चश्मा पहन कर निकलें। आंखों को अच्छी तरह से ठंडे साफ जल से दिन में आठ-दस बार धोएं। आप ठंडे साफ जल में गुलाब जल भी डाल सकते हैं। रोगी का तौलिया, रूमाल और चश्मा अलग रखें ताकि घर के अन्य सदस्य स्वयं को इससे बचा सकें। आंखों में अधिक खुजली होने पर रात को घड़े में रखे हुए पानी से आंख धोएं। खुजली में राहत मिलेगी। आंखों में अधिक लाली और सूजन होने पर डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टरी परामर्श के अनुसार आंखों में आई ड्राप्स और क्रीम का प्रयोग करें। जिस आई ड्रापर से रोगी को दवा डालें, ठीक होने पर वह ड्रापर फैंक दें। दूसरे रोगी को उसी ड्रॉपर से दवा न डालें। रोगी के परिवार के अन्य सदस्यों को भी अपनी आंखें दिन में तीन चार बार साफ ठंडे पानी से धोते रहना चाहिए। सुबह नहाने के बाद और रात को सोने से पहले आंखों में दो दो बूंद गुलाबजल की डालें। प्रभावित व्यक्ति को टी. वी., पढ़ाई-लिखाई से दूर रहना चाहिए ताकि जल्दी आराम मिल सके। जब भी दवा या गुलाब जल आंखों में डालें, हाथ अच्छी तरह से धो लें। धुएं से अपनी आंखों को बचा कर रखें। आंखों को बार-बार मसलें (रगड़े) नहीं। ऐसा करने से आंखों में जख्म हो सकते हैं।