नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) यस बैंक ने मंगलवार को कहा कि जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (एसएमबीसी) ने बैंक में 4.22 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल कर ली है।
इस अधिग्रहण के साथ, यस बैंक में एसएमबीसी की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से बढ़कर 24.22 प्रतिशत हो गई है।
यस बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एसएमबीसी ने 22 सितंबर को बाजार से इतर खरीद-बिक्री के माध्यम से 132.39 करोड़ शेयर हासिल किए।
एसएमबीसी इस सौदे के साथ, यस बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक बन गया है, जबकि एसबीआई के पास 10 प्रतिशत से अधिक की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी बनी हुई है।
निजी क्षेत्र के यस बैंक ने कहा कि उसे एसएमबीसी की वैश्विक मौजूदगी से विशेष रूप से जापान और भारत के बीच व्यापार और निवेश प्रवाह को सुगम बनाने और अपनी कॉरपोरेट बैंकिंग, ट्रेजरी सेवाओं और सीमापार समाधान के विकास में तेजी लाने में मदद मिलेगी।
पिछले हफ्ते, देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने यस बैंक में लगभग 13.18 प्रतिशत हिस्सेदारी जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (एसएमबीसी) को 8,888.97 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की थी।
एसएमबीसी ने वैश्विक निवेश फर्म कार्लाइल ग्रुप की सहयोगी सीए बास्क इन्वेस्टमेंट्स के साथ यस बैंक में अपनी इक्विटी हिस्सेदारी को अतिरिक्त 4.22 प्रतिशत बढ़ाने के लिए एक समझौता किया है।
एसबीआई और सात निवेशक वित्तीय संस्थानों ने मार्च, 2020 में यस बैंक पुनर्निर्माण योजना के तहत बैंक में निवेश किया था। सार्वजनिक क्षेत्र के एसबीआई के पास एक समय यस बैंक में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। उसके पास अब 10 प्रतिशत से थोड़ी अधिक हिस्सेदारी बची है।
आरबीआई और सरकार ने मार्च, 2020 में, कोविड संकट शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले यस बैंक को बाजार में बनाये रखने के लिए कदम उठाए। इसके तहत एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों ने यस बैंक में 79 प्रतिशत हिस्सेदारी ली और इसे बाजार में बनाये रखने में मदद की।