नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन प्रीति अदाणी ने दुनिया भर के परोपकारियों से आह्वान किया है कि वे पारंपरिक दान की सोच से आगे बढ़कर मिलकर काम करें और सामाजिक विकास के लिए साझा प्रयासों को प्राथमिकता दें।
अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी की पत्नी प्रीति अदाणी ने ‘एवीपीएन ग्लोबल कांफ्रेंस 2025’ में मुख्य भाषण देते हुए कहा कि सामाजिक प्रगति की दिशा में अगली छलांग विभिन्न क्षेत्रों और संस्थाओं के बीच सहयोग पर निर्भर करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें केवल दाता नहीं बल्कि सह-निर्माता बनना होगा। वास्तविक बदलाव तभी संभव है जब हम साझेदार के रूप में संसाधन जुटाएं और अलगाव की दीवारें तोड़ें।’’
अदाणी समूह की परमार्थ इकाई अदाणी फाउंडेशन ने बयान में कहा कि एशिया में टिकाऊ विकास पर केंद्रित सामाजिक निवेशकों और विकास क्षेत्र के दिग्गजों का यह वार्षिक सम्मेलन इस वर्ष हांगकांग में आयोजित हुआ। इसमें फाउंडेशन, पारिवारिक कार्यालय, कंपनियां और प्रभावी निवेशक शामिल हुए।
इस अवसर पर प्रीति अदाणी ने एक वैश्विक सहयोग मंच बनाने का प्रस्ताव रखा जिससे परमार्थ संस्थाएं, गैर-सरकारी संगठन और अन्य साझेदार एक ही मंच पर आकर प्रयासों को जोड़ सकें, अनुभव साझा कर सकें और प्रभाव को कई गुना बढ़ा सकें।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रभाव आंकड़ों से नहीं बल्कि उन कहानियों से परिलक्षित होता है जो आशा, बदलाव और सशक्तीकरण की झलक दिखाती हैं।’’
एवीपीएन की मुख्य कार्यपालक अधिकारी नयना सब्बरवाल बत्रा ने इस संबोधन को ‘साहसिक कार्रवाई का सशक्त आह्वान’ बताते हुए कहा कि परोपकार के लिए विविध हितधारकों को एकजुट करना होगा ताकि स्थायी व्यवस्था तैयार हो सके।