नयी दिल्ली, छह सितंबर (भाषा) मौजूदा चैंपियन मानुष शाह और स्थानीय खिलाड़ी पायस जैन रविवार से यहां शुरू हो रही यूटीटी राष्ट्रीय रैंकिंग टेबल टेनिस चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ने की कोशिश करेंगे।
दिल्ली 13 साल के लंबे अंतराल के बाद राष्ट्रीय रैंकिंग स्तर की चैम्पियनशिप की मेजबानी के लिए तैयार है।
मानव ठक्कर, जी साथियान और श्रीजा अकुला की अनुपस्थिति के बावजूद इस प्रतियोगिता की चमक कम नहीं हुई है। इसमें 12 श्रेणियों के लिए 3,000 के करीब प्रविष्टियां आई हैं जो वडोदरा में सत्र के शुरुआती टूर्नामेंट में मिली 2,587 प्रविष्टियों की संख्या से अधिक है।
चैंपियनशिप की शुरुआत पुरुष और महिला एकल के साथ होगी, जहां वडोदरा में विजेता रहे शाह (आरबीआई) और अनुषा कुतुंबले (रेलवे) अपनी जीत का सिलसिला जारी रखना चाहेंगे।
दुनिया के शीर्ष-50 रैंकिंग में शामिल भारत के एकमात्र पुरुष खिलाड़ी मानव और साथियान अगले महीने भुवनेश्वर में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप से पहले चोट से उबर रहे हैं जबकि शीर्ष-50 में शामिल एकमात्र भारतीय महिला श्रीजा ने महाद्वीपीय टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इसमें भाग नहीं लेने का फैसला किया है।
उनकी अनुपस्थिति से उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा।
मानुष को जैन से कड़ी चुनौती मिलेगी जिन्हें घरेलू दर्शकों का समर्थन मिलेगा। जैन वडोदरा में सेमीफाइनल तक पहुंचे थे। इसके अलावा सुधांशु ग्रोवर और यशांश मलिक के पास भी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को हराने की क्षमता है।
महिलाओं में अनुषा को दिया चिताले, उपविजेता स्वस्तिका घोष, यशस्विनी घोरपड़े और तनीशा कोटेचा से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।
हरमीत देसाई, एसएफआर स्नेहित और आकाश पाल भी पुरुष ड्रॉ में मजबूती प्रदान कर रहे हैं जबकि अंडर-19 के नए खिलाड़ी अंकुर भट्टाचार्जी, दिव्यांश श्रीवास्तव, पी.बी. अभिनंद और सिंड्रेला दास अपनी छाप छोड़ने का लक्ष्य रखेंगे।
जूनियर वर्ग (अंडर-17, अंडर-15, अंडर-13, अंडर-11) एक बार फिर इस खेल की जमीनी ताकत को प्रदर्शित करेगा।