सकारात्मक संकेतों से बाजार में तेजी बरकरार, सेंसेक्स 356 अंक चढ़ा
Focus News 12 September 2025 0
मुंबई, 12 सितंबर (भाषा) अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों के बीच शुक्रवार को वैश्विक बाजार में तेजी के अनुरूप स्थानीय शेयर बाजार चढ़कर बंद हुए। सेंसेक्स 356 अंक की बढ़त पर रहा जबकि निफ्टी में 108 अंक की तेजी रही।
विश्लेषकों ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के सफल समापन को लेकर नए सिरे से जगी उम्मीदों ने भी बाजारों में तेजी को बढ़ावा दिया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स लगातार पांचवें दिन 355.97 अंक यानी 0.44 प्रतिशत उछलकर 81,904.70 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 444.12 अंक बढ़कर 81,992.85 अंक पर पहुंच गया था।
एनएसई का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी भी 108.50 अंक यानी 0.43 प्रतिशत बढ़कर 25,114 अंक पर रहा। यह लगातार आठवां दिन है जब निफ्टी में तेजी रही।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, मारुति और टाटा मोटर्स के शेयरों में तेजी रही।
दूसरी तरफ, इटर्नल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ट्रेंट और टाइटन के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “अमेरिका में ब्याज दर कटौती की उम्मीद में घरेलू बाजार तीन सप्ताह के ऊपरी स्तर पर बंद हुए। रूसी तेल खरीदने को लेकर भारत पर भारी शुल्क लगाने की अमेरिकी मांग को यूरोपीय संघ में नकार दिए जाने की संभावना ने भी धारणा बेहतर करने का काम किया।”
नायर ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति के संकेतों से भी निकट भविष्य में सकारात्मक गति बरकरार रहने की उम्मीद है।
सकारात्मक समापन होने से यह कारोबारी सप्ताह काफी उत्साहजनक रहा। इस दौरान सेंसेक्स में कुल 1,193.94 अंक यानी 1.47 प्रतिशत की तेजी रही जबकि निफ्टी 373 अंक यानी 1.50 प्रतिशत की बढ़त पर रहा।
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मालकैप सूचकांक में 0.27 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप सूचकांक 0.09 प्रतिशत चढ़ गया।
क्षेत्रवार सूचकांकों में पूंजीगत उत्पाद खंड में सर्वाधिक 1.76 प्रतिशत की बढ़त रही जबकि औद्योगिक खंड में 1.28 प्रतिशत, दूरसंचार खंड में 0.88 प्रतिशत और उपयोगिता खंड में 0.53 प्रतिशत की तेजी रही।
लेमन मार्केट्स डेस्क के शोध विश्लेषक गौरव गर्ग ने कहा, “एशियाई बाजारों के सकारात्मक रुझान और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के चलते निवेशकों की जोखिम धारणा में सुधार देखा गया।”
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ।
यूरोप के बाजार अधिकतर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की अगले सप्ताह होने वाली बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना को लेकर वैश्विक स्तर पर नए उत्साह के चलते भारतीय बाजार तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 3,472.37 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 4,045.54 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.47 प्रतिशत बढ़कर 66.72 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 123.58 अंक चढ़कर 81,548.73 अंक और निफ्टी 32.40 अंक बढ़कर 25,005.50 अंक पर बंद हुआ था।