नुमालीगढ़, 14 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने असम में गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ में 5,000 करोड़ रुपये की लागत वाले बांस आधारित इथेनॉल संयंत्र का रविवार को उद्घाटन किया।
मोदी ने नुमालीगढ़ रिफाइनरी में 7,230 करोड़ रुपये की ‘पेट्रो फ्लूइडाइज्ड कैटेलिटिक क्रैकर इकाई’ की आधारशिला भी रखी।
अधिकारियों ने बताया कि ‘‘दुनिया का पहला, दूसरी पीढ़ी का’’ बायोइथेनॉल संयंत्र एक ‘‘शून्य अपशिष्ट’’ प्रतिष्ठान है, जो बांस के पौधे के सभी हिस्सों का इस्तेमाल करेगा और इससे राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को 200 करोड़ रुपये का बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि यह संयंत्र पूर्वोत्तर के चार राज्यों से पांच लाख टन हरा बांस प्राप्त करेगा, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 50,000 से अधिक लोगों को लाभ होगा।
अधिकारियों के मुताबिक, मोदी ने जिस पॉलीप्रोपाइलीन संयंत्र की आधारशिला रखी है, वह व्यापक अनुप्रयोगों वाले प्लास्टिक के निर्माण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
उन्होंने बताया कि इस संयंत्र में हर साल 75,000 मानव-दिवस रोजगार सृजित करने की क्षमता है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने दरांग जिले के मंगलदई में 6,300 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
उन्होंने एक नर्सिंग कॉलेज और एक जीएनएम स्कूल के साथ-साथ दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण संबंधी परियोजना की भी शुरुआत की।
अधिकारियों ने बताया कि इन स्वास्थ्य सेवा परियोजनाओं में कुल 570 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
मोदी ने 1,200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले 2.9 किलोमीटर लंबे नरेंगी-कुरुवा पुल और असम में कामरूप तथा दारंग जिलों एवं मेघालय में री भोई को जोड़ने वाली 118.5 किलोमीटर लंबी गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना की भी आधारशिला रखी।
रिंग रोड परियोजना की अनुमानित लागत 4,530 करोड़ रुपये है।
मोदी असम के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार शाम गुवाहाटी पहुंचे थे, जहां वह ‘भारत रत्न’ से अलंकृत दिवंगत गायक भूपेन हजारिका के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल हुए।