निंगबो (चीन), 12 सितंबर (भाषा) भारत के निशानेबाज भावेश शेखावत ने आईएसएसएफ विश्व कप (राइफल/पिस्टल) के चौथे दिन शुक्रवार को यहां दमदार प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल क्वालीफिकेशन के पहले चरण में चौथा स्थान हासिल किया।
इस तरह से भावेश फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बने हुए हैं, लेकिन महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में भारतीय चुनौती कमजोर पड़ गई, क्योंकि कोई भी निशानेबाज फाइनल राउंड तक नहीं पहुंच सका।
भावेश ने 97, 99 और 97 की श्रृंखला के साथ 293 का स्कोर बनाया। जर्मनी के इमानुएल म्यूलर 295 के साथ शीर्ष, जबकि फ्रांस के क्लेमेंट बेसागेट 294 के साथ दूसरे स्थान पर हैं। भारत के अन्य खिलाड़ियों में प्रदीप सिंह शेखावत 288 (98, 95, 95) के साथ 24वेंं, जबकि मनदीप सिंह 272 (93, 91, 88) के साथ 43वें स्थान पर हैं।
महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन फाइनल में नॉर्वे की जीनेट हेग डुएस्टैड ने 466.2 के स्कोर के साथ प्रतियोगिता का अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम में स्वर्ण पदक जीता था।
डेनमार्क की रिक्के मेंग इबसेन (463.3) और चेक गणराज्य की बारबोरा दुबस्का (451.4) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक हासिल किया।
भारतीय खिलाड़ियों में विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता निशानेबाज मेहुली घोष और मानिनी कौशी ने निराशाजनक प्रदर्शन किया।
मेहुली ने क्वालीफिकेशन राउंड में 583 अंक बनाकर 23वां स्थान हासिल किया, जबकि मानिनी 66 निशानेबाजों के बीच 580 अंक के साथ 45वें स्थान पर रहीं। इस स्पर्धा में भाग ले रही तीसरी भारतीय निशानेबाज सुरभि भारद्वाज 578 अंक के साथ 52वें स्थान पर रहीं।
बाकू विश्व चैम्पियनशिप 2023 में 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीतने वाली मेहुली ने नीलिंग पोज़िशन में 98 के स्कोर के साथ अच्छी शुरुआत की, लेकिन अगली सीरीज़ में वह 96 अंक ही बना पाई जिससे उनका कुल स्कोर 194 रहा।
उन्होंने प्रोन पोज़िशन में शानदार वापसी की और 99 तथा 97 का स्कोर करते हुए कुल 196 का स्कोर बनाया, लेकिन स्टैंडिंग पोज़िशन में उन्होंने 95 अंक बनाकर खराब शुरुआत की। अगले 10 शॉट में 98 का स्कोर करने से भी कोई मदद नहीं मिली और वह स्टैंडिंग पोजिशन में केवल 193 का स्कोर ही बना सकीं।
भारत अब तक पदक तालिका में अपना खाता नहीं खोल पाया है।
चीन दो स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक के साथ शीर्ष पर है। नॉर्वे दो स्वर्ण पदक के साथ दूसरे जबकि दक्षिण कोरिया एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ तीसरे स्थान पर है।