नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) भारत की पूर्व दिग्गज गोलकीपर अदिति चौहान ने महिला फुटबॉल में तत्काल संरचनात्मक और सांस्कृतिक सुधारों की मांग की है। उनका कहना है कि इसके बिना देश की प्रतिभाशाली खिलाड़ी अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंच पाएंगी और बड़े मंच पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगी।
अदिति ने हाल ही में 17 साल के करियर के बाद खेल से संन्यास की घोषणा की। इस दौरान वह यूरोप में पेशेवर फुटबॉल खेलने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘भारत में बड़े होने और लंबे समय तक फुटबॉल खेलने की कोशिश करने के मेरे अनुभव और ब्रिटेन में वेस्ट हैम के लिए खेलते हुए, वहां की व्यवस्था, लीग, टीम और प्रतियोगिताओं के स्तर को समझने के अनुभव से मुझे एहसास हुआ कि यही कारण है कि पिछले 10-15 वर्षों में ब्रिटेन एक ऐसी टीम से पूरी तरह बदल गया है जो सिर्फ प्रतियोगिता में हिस्सा लेती थी, अब वह शीर्ष तीन स्थानों या विश्व कप और ओलंपिक जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा करती है।’’
अदिति ने कहा कि वह अपनी पहल ‘शीकिक्स फुटबॉल लीग’ के माध्यम से अगली पीढ़ी की खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने जोर दिया कि भारत में इस खेल के विकास के लिए सांस्कृतिक और संरचनात्मक समर्थन दोनों महत्वपूर्ण हैं।
अदिति ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि दो चीजें हैं। मीडिया रोल मॉडल बनाने और माता-पिता में जागरूकता लाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि हमें यह समझना होगा कि भारत में हमारी संस्कृति में माता-पिता ही बच्चों के लिए फैसला करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे बच्चे रुचि रखते हों या नहीं, लेकिन अगर वे किसी खेल को जारी रखना चाहते हैं या उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं तो यह फैसला माता-पिता का होता है। इसलिए माता-पिता को यह बताना होगा कि पेशेवर अवसर उपलब्ध हैं, आप इससे करियर बना सकते हैं।’’
अदिति ने कहा, ‘‘दूसरी बात है व्यवस्था। ऐसे लोग जो बड़े संसाधन रखते हैं। वे एक साथ आएं और जमीनी स्तर पर कुछ करने की कोशिश कर रहे लोगों की मदद करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह कुछ ऐसी चीजें थीं जिनमें हमें भी चुनौती का सामना करना पड़ा। प्रायोजक ढूंढना, ऐसे लोग ढूंढना जिनके पास संसाधन हों, जो इस टूर्नामेंट या लीग को और बड़ा बना सकें। लेकिन हमें कहीं से शुरुआत करनी होगी। हम अपने सहयोगियों से खुश हैं। यह बहुत अच्छा है कि वे हमारे विजन से सहमत हैं।’’
भारत अगले एएफसी महिला एशियाई कप के लिए क्वालीफाई कर गया है और अदिति ने आगे के रास्ते के बारे में एक व्यावहारिक दृष्टिकोण दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘जापान, चीनी ताइपे, वियतनाम जैसी टीमों से खेलना आसान नहीं होगा। उन्होंने भी वहां खेलने के लिए क्वालीफाई किया है। हमें और अधिक मैच, मैच अनुभव, मैत्री मैच, टूर्नामेंट में भाग लेने की आवश्यकता है।’’