न्यूयॉर्क, 23 सितंबर (भाषा) भारत ने राष्ट्रमंडल समूह में सुधारों की वकालत की है ताकि इसे ‘‘आधुनिक समय की वास्तविकताओं’’ को अधिक प्रतिबिंबित करने वाला बनाया जा सके।
इसके साथ ही, उसने यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर आयोजित एक मंत्री स्तरीय बैठक में संगठन के मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) राजदूत सिबी जॉर्ज ने सोमवार को आयोजित राष्ट्रमंडल विदेश मंत्रियों की बैठक (सीएफएएमएम) 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया कि बैठक में जॉर्ज ने कहा कि भारत राष्ट्रमंडल चार्टर में निहित मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्ध है और साथ ही कहा कि राष्ट्रमंडल में ऐसे सुधार होने चाहिए, जो आधुनिक समय की वास्तविकताओं को बेहतर ढंग से दर्शा सकें।
बैठक की अध्यक्षता सामोआ के उप प्रधानमंत्री टोल्युपे माओइयाउतेले पौमुलिनुकु ओनेसेमो ने की।
सीएफएएमएम एक उच्च-स्तरीय मंच है, जो राष्ट्रमंडल सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों को एक साथ लाता है ताकि सहयोग को मजबूत करने और 56 देशों के इस संघ की साझा चुनौतियों के लिए संयुक्त प्रतिक्रियाएं विकसित करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया जा सके।
राष्ट्रमंडल संघ के अनुसार, सीएफएएमएम में मंत्रियों ने ‘‘गंभीर वैश्विक उथल-पुथल के समय में बहुपक्षवाद और सामूहिक कार्रवाई के समर्थक के रूप में राष्ट्रमंडल की भूमिका के लिए भारी समर्थन व्यक्त किया।’’