दुबई, 29 सितंबर (भाषा) भारत की अंडर 19 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे अभिषेक शर्मा को सीनियर टीम में आने में छह साल लग गए और उन्हें खुशी है कि उन्हें इसमें समय लगा ।
जूनियर विश्व कप 2018 जीतने के एक साल के भीतर उस टीम के कप्तान पृथ्वी साव ने टेस्ट पदार्पण किया और शुभमन गिल वनडे टीम में आ गए ।
अभिषेक ने स्वीकार किया कि बाकी साथी लिफ्ट से पहुंचे लेकिन उन्हें सीढियों से आने का फायदा मिला ।
उन्होंने कहा ,‘‘ कुछ सीधे टीम में आ गए । कुछ सब कुछ करते हैं और मुझे लगा कि मुझे भी ऐसा ही करना चाहिये । एक खिलाड़ी होने के नाते अगर मैं सीधे टीम में आ जाता तो वह सब सीखने का मौका नहीं मिलता जो मैने सीखा ।’’
घरेलू क्रिकेट खेलकर अभिषेक को अपने कौशल को निखारने और खुद के खेल के बारे में और जानने का मौका मिला ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे कई चीजें आजमाने के लिये काफी समय मिल गया । मैने अपने खेल पर काफी काम किया और आम तौर पर कई खिलाड़ियों को इसका मौका नहीं मिलता । मेरे पास समय था तो मैं यह कर सका ।’’
पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल से पहले अभिषेक ने चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहले दो मैचों में 200 से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन बनाये । उन्होंने इसका श्रेय कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव को दिया जिन्होंने उन्हें जोखिम लेने की अनुमति दी ।
अभिषेक ने कहा ,‘‘ मुझे कभी लगा ही नहीं कि यह दबाव वाला मैच है । हम सभी मैचों के लिये बराबरी से तैयार रहते हैं । जिस तरह से मैने खेला, मुझे आत्मविश्वास की जरूरत थी और गौती पाजी और सूर्य पाजी ने मुझे खुलकर खेलने की आजादी दी ।’