त्रिशूर (केरल), 21 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने रविवार को दोहराया कि अलाप्पुझा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की जानी चाहिए और इसे तटीय जिले के विकास के लिए आवश्यक बताया।
मध्य केरल के इस जिले के एक गांव में लोगों के एक छोटे समूह के साथ बातचीत करते हुए गोपी ने कहा कि स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और विकास के मामले में अलाप्पुझा अन्य जिलों से पीछे है।
पर्यटन, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री ने कहा, “अगर हम 13 जिलों की तुलना करें तो अलाप्पुझा इडुक्की से भी पीछे है। यह जिला बड़ी कठिनाइयों का सामना कर रहा है। यहां एम्स की स्थापना इस क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।”
गोपी ने कहा कि यदि राजनीतिक आपत्तियों के कारण परियोजना अलाप्पुझा में नहीं आ पाती है तो वह सुनिश्चित करेंगे कि इस परियोजना को उनके निर्वाचन क्षेत्र त्रिशूर में स्थानांतरित कर दिया जाए।
उन्होंने कहा कि केरल से निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहले सांसद के रूप में वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा के समक्ष यह अनुरोध रखेंगे।
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला ने रविवार को अलाप्पुझा में एम्स स्थापित करने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि तटीय जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में पिछड़ा हुआ है और इसे प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
इससे पहले, भाजपा ने राज्य सरकार से अलाप्पुझा में एम्स परियोजना के लिए तत्काल भूमि उपलब्ध कराने का आह्वान किया था।
पार्टी ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार जिले में एम्स की स्थापना के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है लेकिन राज्य सरकार भूमि आवंटन के मामले पर चुप है।