नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) पिछले सप्ताह रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सोने की कीमतों में कुछ समय के लिए मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।
विश्लेषकों ने यह अनुमान जताते हुए कहा है कि इस कीमती धातु की भविष्य की दिशा आगामी वैश्विक आर्थिक संकेतकों पर निर्भर करेगी, जिनमें अमेरिका और घरेलू मुद्रास्फीति के आंकड़े और यूरोपीय केंद्रीय बैंक की नीतिगत बैठक शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सर्राफा कारोबारी अमेरिकी उत्पादक मूल्य सूचकांक और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड के भाषण सहित व्यापक आर्थिक आंकड़ों पर भी कड़ी नज़र रखेंगे।
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के उपाध्यक्ष (जिंस एवं मुद्रा शोध) प्रणव मेर ने कहा कि इस सप्ताह चीन, अमेरिका, जर्मनी और भारत के मुद्रास्फीति के आंकड़ों के साथ ही अमेरिकी उपभोक्ता भावना पर भी नजर रहेगी।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को सोने का अक्टूबर अनुबंध 1,131 रुपये या 1.06 प्रतिशत बढ़कर 1,07,807 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। कारोबार के अंत में यह 1,07,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सोने की कीमतों में लगभग 4,000 रुपये प्रति 10 ग्राम या 3.81 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘तकनीकी चार्ट अत्यधिक खरीदारी का संकेत दे रहे हैं और कुछ मुनाफावसूली हो सकती है। फिर भी रुझान सकारात्मक बना हुआ है और एमसीएक्स पर इसके 1,10,000-1,12,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक बढ़ने की संभावना है।’’