पूर्व सांसद तरलोचन सिंह ने ब्रिटेन में सिख विरासत के संरक्षण का आह्वान किया
Focus News 10 September 2025 0
लंदन, 10 सितंबर (भाषा) पूर्व राज्यसभा सदस्य सरदार तरलोचन सिंह ने ब्रिटिश सिख सांसदों और उनके साथियों से महाराजा रणजीत सिंह के बिखरे हुए खजानों पर प्रामाणिक शोध कराने का आह्वान किया है ताकि उन्हें उचित रूप से सूचीबद्ध किया जा सके और भावी पीढ़ियों के लिए एक संग्रहालय में संरक्षित किया जा सके।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष सोमवार शाम लंदन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स परिसर में ब्रिटिश सिख एसोसिएशन द्वारा उनके सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
सिंह (92) ने उन खबरों की ओर इशारा किया जिनमें औपनिवेशिक काल की एक फाइल का खुलासा हुआ था जिसमें भारत में सिख साम्राज्य के 19वीं सदी के शासक के कई खजानों का दस्तावेजीकरण किया गया था।
सिंह ने कहा, ‘‘महाराजा रणजीत सिंह के तोशाखाने (खजाने) से खजानों की एक सूची जारी की जानी चाहिए ताकि हमारे बच्चे हमारी सिख विरासत पर गर्व कर सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐतिहासिक अभिलेखों में उल्लेख है कि गुरु गोबिंद सिंह जी का पवित्र पंख, जो उनकी पगड़ी को सुशोभित करता था, तोशाखाने में रखा जाता था और महाराजा रणजीत सिंह उसे प्रतिदिन छूते थे।’’
सिंह ने कहा, ‘‘ऐसी कई कीमती वस्तुएं थीं। महाराजा की स्वर्णिम कुर्सी अब लंदन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट (वी एंड ए) संग्रहालय में प्रदर्शित है, लेकिन कई वस्तुएं अब भी भंडार में पड़ी हैं जिन्हें एक ही छत के नीचे प्रदर्शित किया जा सकता है।’’
सिंह ने दोहराया कि उनकी मांग इन वस्तुओं को भारत वापस भेजने की नहीं, बल्कि ब्रिटेन में उनकी उचित देखभाल और प्रदर्शन की है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ब्रिटेन के सिख सांसदों से अपील करता हूं कि वे यह सुनिश्चित करें कि वी एंड ए, सैंडहर्स्ट और ब्रिटिश संग्रहालय सहित विभिन्न संग्रहों में बिखरी हमारी सभी विरासत को एक साथ लाया जाए और युवा पीढ़ी के लिए प्रदर्शित किया जाए।’’
समाज सेवा में अपने योगदान के लिए 2021 में पद्म भूषण से सम्मानित सिंह ने ब्रिटिश सिख एसोसिएशन से लंदन में 1897 के सारागढ़ी युद्ध को याद करने का भी आग्रह किया – जिसे 2019 की फिल्म ‘केसरी’ में दिखाया गया है।
ब्रिटिश सिख एसोसिएशन के अध्यक्ष लॉर्ड रामी रेंजर ने कहा, ‘‘हम इस सप्ताह 12 सितंबर को इस ऐतिहासिक युद्ध की 128वीं वर्षगांठ मनाएंगे, जब ब्रिटिश भारतीय सेना की केवल 21 सिख सैनिकों की 36वीं सिख रेजिमेंट ने हजारों अफगान कबायलियों से सारागढ़ी चौकी की रक्षा की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरदार तरलोचन सिंह ने हमें चिंतन के लिए बहुत कुछ दिया है और एसोसिएशन इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए सारागढ़ी मेमोरियल सोसाइटी की स्थापना करेगा।’’
हाउस ऑफ लॉर्ड्स में लेबर पार्टी के सदस्य लॉर्ड कुलदीप सिंह सहोता ने ब्रिटिश भारत के उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत में ऐतिहासिक सारागढ़ी युद्ध के दौरान हवलदार ईशर सिंह के योगदान की स्मृति में वॉल्वरहैम्प्टन के वेडनसफील्ड में उनकी एक कांस्य प्रतिमा के बारे में बताया। सहोता का जन्म भारत में हुआ था।
लेबर सांसद तनमनजीत सिंह धेसी ने दुनिया भर के सिखों को अपने समुदायों में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने हेतु सरदार तरलोचन सिंह के अथक प्रयासों की सराहना की और उन्हें ब्रिटिश सिख एसोसिएशन का ‘सिख ज्वेल’ अवार्ड प्रदान किया।
इस कार्यक्रम का समापन एसोसिएशन और लॉर्ड रामी रेंजर द्वारा पंजाब में ‘डेली अजीत’ समाचार पत्र द्वारा समन्वित बाढ़ राहत प्रयासों के लिए 2,000 पाउंड दान करने के साथ हुआ।