नागपुर, 25 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य भर में बाढ़ प्रभावित किसानों को अब तक 2,230 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
यहां आठ जिलों वाले मराठावाड़ा में इस हफ़्ते की शुरुआत में हुई भारी बारिश के कारण कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, कई गांव जलमग्न हो गए, कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और 30 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र पर लगी फसलें नष्ट हो गईं। सोलापुर ज़िले के कुछ हिस्सों में भी बारिश ने कहर बरपाया है जहां खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा, पशु हानि हुई, मकान क्षतिग्रस्त हुए और व्यवसायों को भी नुकसान पहुंचा है।
नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए राजस्व मंत्री बावनकुले ने कहा, ‘‘बाढ़ प्रभावित किसानों को अब तक 2,230 करोड़ रुपये की राहत राशि वितरित की जा चुकी है और 17 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में क्षतिग्रस्त फसलों की पंचनामा रिपोर्ट आ चुकी है। इस पर एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) एक-दो दिन में जारी होने की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रभावित किसानों और लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्हें इस भीषण आपदा से उबारने और नुकसान कम करने के प्रयास जारी हैं।’’
बावनकुले ने कहा कि कई विधायक, सांसद, गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) और व्यापार प्रमुख भी प्रभावित लोगों की मदद के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने भी अपने एक महीने का वेतन बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए दान दिया है।
कांग्रेस तथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने सरकार से राज्य में आद्र सूखा या ‘वेट ड्राउट’ (भारी बारिश के बावजूद फसलों को लाभ नहीं बल्कि सूखे जैसा नुकसान) घोषित करने की मांग की है।
कांग्रेस ने जहां प्रभावित किसानों के लिए 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजे की मांग की वहीं शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र से मराठवाड़ा के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के सहायता पैकेज की घोषणा करने की मांग की।