तिरुवनंतपुरम, 30 सितंबर (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि केंद्र ने भूस्खलन प्रभावित वायनाड के लिए सहायता के तौर पर 260.65 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, लेकिन राज्य को अभी तक यह राशि नहीं मिली है।
विजयन ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह बयान दिया।
विजयन ने कहा कि राज्य ने प्रारंभिक आकलन के आधार पर लोगों के पुनर्वास और प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण के लिए केंद्र सरकार से 2,262 करोड़ रुपये मांगे थे।
उन्होंने बताया कि बाद में ‘आपदा पश्चात आवश्यकता आकलन’ (पीडीएनए) रिपोर्ट केंद्र को सौंपी गई जिसमें 2,221.10 करोड़ रुपये की आवश्यकता का अनुमान लगाया गया।
रिपोर्ट में त्रासदी में मारे गए लोगों के आश्रितों और अपनी आजीविका खो चुके लोगों के पुनर्वास की लागत का आकलन किया गया।
उन्होंने बताया कि इस मामले पर राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (एससी-एनईसी) की उप-समिति ने विचार किया, जिसने मुख्य सचिव डॉ. ए. जयतिलक और अन्य अधिकारियों वाले राज्य स्तरीय पैनल के साथ भी विचार-विमर्श किया।
विजयन ने सदन को बताया, ‘‘पता चला है कि केंद्र ने 260.65 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता राशि आवंटित करने का फैसला किया है। यह राशि अभी प्राप्त नहीं हुई है।’’
उन्होंने याद किया कि केरल ने केंद्र से वायनाड भूस्खलन को ‘राष्ट्रीय आपदा’ और ‘गंभीर प्रकृति की आपदा’ घोषित करने का आग्रह किया था।
उन्होंने कहा कि राज्य ने आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 13 को बहाल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि पीड़ितों को ऋण माफी की अनुमति दी जा सके, लेकिन ‘‘अभी तक कोई अनुकूल उत्तर नहीं मिला है।’’
पिछले साल 30 जुलाई को वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला में भूस्खलन में 200 से अधिक लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए।