ईटानगर, 11 सितंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने शिकागो में 1893 में विश्व धर्म महासभा में स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण को याद करते हुए बृहस्पतिवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘स्वामी विवेकानंद के भाषण की शुरुआत के ‘अमेरिका के बहनो और भाइयो’ शब्दों ने वैश्विक मंच पर गूंज पैदा की और भारत की आध्यात्मिक विरासत को देखने के दृष्टिकोण में परिवर्तन ला दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उस एक वाक्य ने दीवारें तोड़ीं और दुनिया भर के दिलों को छू लिया। स्वामी विवेकानंद का सार्वभौमिक सद्भाव का संदेश आज की विभाजित दुनिया में पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है।’’
खांडू ने स्वामी विवेकानंद के उस दर्शन को भी रेखांकित किया जिसमें कहा गया था कि विविधता में एकता केवल एक नारा नहीं, बल्कि भविष्य का मार्ग है।
उन्होंने कहा कि यह दर्शन लोगों को धर्म, जाति और पृष्ठभूमि की सीमाओं से ऊपर उठने के लिए प्रेरित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की शाश्वत शिक्षाओं को पुनर्जीवित करना सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने और अधिक सामंजस्यपूर्ण भविष्य के निर्माण के लिए आवश्यक है।
खांडू ने नागरिकों से भारत की सांस्कृतिक आत्मा में निहित भाईचारे और करुणा के मूल्यों को फिर से अपनाने का आह्वान किया।
हर वर्ष 11 सितंबर को विवेकानंद के उस संबोधन की स्मृति में विश्व बंधुत्व दिवस मनाया जाता है जिसमें उन्होंने सहिष्णुता, परस्पर सम्मान और सभी धर्मों तथा समुदायों के बीच एकता के मूल्यों को रेखांकित किया था।
देशभर में इस अवसर पर शैक्षणिक संस्थान, सांस्कृतिक संस्थाएं और युवा संगठन समावेशिता एवं मानवता की सेवा के आदर्शों को याद करते हैं।