अर्शदीप को चोट लगी है या आठ बल्लेबाजों वाली रणनीति के कारण अंतिम एकादश से बाहर हैं?

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दुबई, 11 सितंबर (भाषा) तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच ठीक 223 दिन पहले 31 जनवरी 2025 को खेला था और भारतीय टीम ने एशिया कप के पहले मैच के लिए एकत्रित होने से पहले मुंबई में बस एक और मैच खेला था।

अर्शदीप 63 मैच में 99 विकेट चटकाकर टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और वह खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले भारतीय बनने के बहुत करीब हैं।

लेकिन हैरानी की बात है कि उन्हें बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ मैच के लिए अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली।

उन्होंने इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला के दौरान भी बेंच पर ही समय बिताया (चौथे टेस्ट को छोड़कर जिसमें वह उंगली की चोट के कारण बाहर हो गए थे)।

एशिया कप से पहले वह सिर्फ उत्तर क्षेत्र के दलीप ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में मध्य क्षेत्र के खिलाफ खेले थे जहां वे इतने ज्यादा प्रभावशाली नहीं दिखे थे। यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि अर्शदीप के भारत की अंतिम एकादश में जगह बनाने में क्या रुकावट आ रही है। क्या यह कोई छोटी चोट है? या टीम प्रबंधन का आठवें नंबर तक बल्लेबाजी बढ़ाने और तीसरे विशेषज्ञ स्पिनर को खिलाने का आजमाया हुआ फॉर्मूला?

उम्मीद थी कि अर्शदीप एशिया कप के पहले मैच में यूएई के खिलाफ एक स्वाभाविक विकल्प होंगे, लेकिन सभी को हैरान करते हुए तीसरे विशेषज्ञ स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को मौका दिया गया।

टीम प्रबंधन ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि अर्शदीप को कोई परेशानी थी या नहीं, लेकिन अगर ऐसा होता तो अब तक किसी और को टीम में शामिल कर लिया गया होता।

अर्शदीप ने यूएई के खिलाफ पहले मैच की पूर्व संध्या पर आईसीसी अकादमी में भारतीय नेट सत्र के दौरान ‘स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच’ एड्रियन ले रॉक्स के साथ काफी समय बिताया।

जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और कुलदीप यादव तीनों को शुरुआती मैच में गेंदबाजी करनी थी लेकिन वैकल्पिक सत्र में उन्होंने आराम करने का फैसला किया जबकि अर्शदीप, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल इसमें शामिल थे।

लेकिन अर्शदीप ने गेंदबाजी करने के बजाय अपनी बल्लेबाजी को थोड़ा निखारने का फैसला किया। उन्होंने ले रॉक्स और गेंदबाजी कोच मोर्नी मोर्कल की देखरेख में फिटनेस अभ्यास किया।

उन्होंने करीब एक घंटे तक ‘स्प्रिंट’ और ‘स्ट्राइड्स’ किए और कई बार ऐसा लगा जैसे वह खेलने के लिए तैयारी में फिटनेस अभ्यास कर रहे हों।

अगर यह पूरी तरह से फिटनेस से जुड़ा मामला होता तो फिजियो कमलेश जैन भी सत्र की निगरानी करते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘अर्श ऊर्जा से भरपूर हैं। वह लगातार ट्रेनिंग करने के शौकीन हैं। उनकी दिनचर्या के बारे में ज्यादा अंदाजा लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने हाल में एनसीए में ‘ब्रोंको टेस्ट’ (स्प्रिंट रिपीट) में शानदार प्रदर्शन किया था। ’’

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