तात्कालिक कामों के लिए 1600 करोड़ रुपये की राशि सांकेतिक, और सहायता दी जाएगी: पंजाब राज्यपाल

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चंडीगढ़, 10 सितंबर (भाषा) पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बाढ़ग्रस्त राज्य के लिए घोषित 1,600 करोड़ रुपये की सहायता तत्काल राहत कार्यों के लिए महज एक ‘सांकेतिक’ (टोकन) राशि है तथा दावा किया कि बाद में और सहायता दी जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंगलवार को वित्तीय सहायता की घोषणा किए जाने के बाद पंजाब में आप सरकार के मंत्रियों ने केंद्र पर निशाना साधते हुए इसे एक ‘क्रूर मजाक’ और 20,000 करोड़ रुपये से अधिक के घाटे से जूझ रहे राज्य के लिए ‘अपमान’ करार दिया।

राज्यपाल कटारिया ने कहा कि 1,600 करोड़ रुपये एक ‘सांकेतिक’ राशि है और आगे आकलन के बाद बाढ़ से पीड़ित लोगों को अधिकतम सहायता दी जाएगी।

जब राज्यपाल से पूछा गया कि क्या बाढ़ग्रस्त पंजाब के लिए और अधिक केंद्रीय सहायता मिल सकती है तो उन्होंने मोहाली में संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “सौ फीसदी सहायता मिलेगी, यह तो सिर्फ एक सांकेतिक राशि है।”

उन्होंने कहा, “यह तत्काल (राहत) कार्य के लिए है एक प्रारंभिक किस्त की तरह है। बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन पूरा होने के बाद और अधिक धनराशि दी जाएगी।”

राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने बुधवार को मोहाली स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने यह जानकारी दी।

प्रधानमंत्री ने राज्य को 1,600 करोड़ रुपये की सहायता के अलावा पंजाब में 1988 के बाद आई सबसे भीषण बाढ़ से हुई तबाही का हवाई सर्वेक्षण किया, मृतकों के निकटतम परिजन को 2 लाख रुपये तथा गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।

सीमावर्ती राज्य के लिए यह सहायता राज्य के खजाने में पहले से मौजूद 12,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है।

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने 1,600 करोड़ रुपये की सहायता को ‘‘क्रूर मजाक’’ करार दिया जबकि मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी और आम आदमी पार्टी ‘आप’ के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि यह राशि “तुच्छ और अपमानजनक” है।

राज्य के अन्य एक मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने कहा कि घोषित राशि विनाशकारी बाढ़ से पीड़ित पंजाब के लिए “अपर्याप्त” है।

मंत्री ने कहा कि गुरदासपुर में प्रधानमंत्री के साथ आधिकारिक बैठक के दौरान उन्होंने मोदी से कहा कि यह राशि बहुत कम है और राज्य का अपमान है।

चीमा ने मंगलवार को कहा, “प्रधानमंत्री का दौरा सिर्फ एक तस्वीर खिंचवाने का मौका था। हमारे राज्य को हफ्तों तक एक अभूतपूर्व प्राकृतिक आपदा से जूझने के बाद, उन्होंने आखिरकार एक मामूली सहायता पैकेज दिया।”

मोदी के दौरे से पहले, आप सरकार ने राज्य के लिए कम से कम 20,000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को गुरदासपुर में अधिकारियों और जिले के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की, राहत और पुनर्वास उपायों की समीक्षा की तथा सीमावर्ती राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन किया।

गुरदासपुर राज्य में सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक है।

उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि भारत सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए राज्य के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का हर संभव प्रयास करेगी।

राज्यपाल कटारिया ने कहा, “प्रधानमंत्री ने कल एक आधिकारिक बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने मुख्यमंत्री मान के स्वास्थ्य के बारे में भी पूछा और कहा कि जब मैं (राज्यपाल) मुख्यमंत्री से मिलूं तो उनके स्वास्थ्य की जानकारी (प्रधानमंत्री को) दूं।”

कटारिया ने संवाददाताओं को बताया कि मान के स्वास्थ्य में सुधार है।

पंजाब इस समय दशकों की सबसे भीषण बाढ़ आपदाओं में से एक का सामना कर रहा है। पंजाब में विनाशकारी बाढ़ में मरने वालों की संख्या 52 हो गई है, जबकि 1.91 लाख हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं।

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