नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) सरकार ने रविवार को पूर्व नौकरशाह अमित खरे को उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन का सचिव नियुक्त किया।
खरे 12 अक्टूबर, 2021 से प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में कार्यरत थे और प्रधानमंत्री कार्यालय में सामाजिक क्षेत्र से संबंधित मामलों का जिम्मा संभाल रहे थे।
वह ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020’ तैयार करने और लागू करने वाली टीम का भी हिस्सा रहे।
खरे की नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए होगी।
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, ‘‘मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने झारखंड कैडर के 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (सेवानिवृत्त) अमित खरे को भारत के उपराष्ट्रपति का सचिव नियुक्त करने की मंजूरी दी है।’’
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार, खरे की नियुक्ति संविदा आधार पर सचिव रैंक में और समानुरूप वेतनमान के तहत तीन वर्षों की अवधि के लिए होगी।
खरे ने अपने लंबे प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों में कई अहम पदों पर सेवाएं दी हैं।
उन्होंने 31 मई, 2018 को भारत सरकार में सूचना एवं प्रसारण सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण किया और बाद में स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता सचिव तथा उच्च शिक्षा सचिव के रूप में भी सेवाएं दी।
दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक और भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नानकोत्तर डिग्री धारक खरे बिहार के ‘चारा घोटाले’ को उजागर करने में अपनी अहम भूमिका के लिए भी व्यापक रूप से जाने जाते हैं।