न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 13 सितंबर (भाषा) अमेरिका ने जी7 देशों से रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर शुल्क लगाने का अनुरोध किया है।
अमेरिका ने जोर देकर कहा कि केवल एकीकृत प्रयास से ही मॉस्को की युद्ध मशीन को धन मुहैया कराने वाले स्रोत को बंद किया जा सकता है।
अमेरिका ने यह भी कहा कि ऐसा करके ही रूस को ”बेवकूफी भरी हत्या” को रोकने के लिए पर्याप्त दबाव बनाया जा सकता है।
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और व्यापार प्रतिनिधि राजदूत जैमीसन ग्रीर ने शुक्रवार को जी7 के वित्त मंत्रियों के साथ बातचीत की और उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अपील के बारे में बताया। ट्रंप ने इन देशों से रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर शुल्क लगाने का आह्वान किया है।
कनाडा के वित्त और राष्ट्रीय राजस्व मंत्री फ्रांस्वा-फिलिप शैम्पेन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध खत्म करने के लिए रूस पर दबाव बढ़ाने के और उपायों पर चर्चा करने के लिए जी7 के वित्त मंत्रियों की एक बैठक की अध्यक्षता की।
जी7, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और ब्रिटेन सहित समृद्ध, औद्योगिक देशों का एक अंतर-सरकारी समूह है। कनाडा इस वर्ष जी-7 की अध्यक्षता का प्रमुख है।
बातचीत के बाद अमेरिकी वित्त विभाग के एक बयान में कहा गया, ”जी-7 के वित्त मंत्रियों के साथ आज की बातचीत के दौरान विदेश मंत्री बेसेंट ने राष्ट्रपति ट्रंप के हमारे जी-7 साझेदारों से किए गए आह्वान को दोहराया कि यदि वे यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए सचमुच प्रतिबद्ध हैं, तो उन्हें रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर शुल्क लगाने में अमेरिका का साथ देना चाहिए।”
बयान में किसी देश का नाम नहीं लिया गया। लेकिन अमेरिका अक्सर भारत और चीन पर रूस से तेल खरीदने का आरोप लगाता रहा है। हालांकि उसने चीन पर इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगाया है।