चंडीगढ़, तीन अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने रविवार को रंजीत सिंह गिल के परिसरों पर सतर्कता ब्यूरो की छापेमारी को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की आलोचना की।
गिल एक दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे।
जाखड़ ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंजाब में इस तरह की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है।
पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने शनिवार को गिल के चंडीगढ़ स्थित आवास, खरड़ स्थित उनके कार्यालय और एक अन्य स्थान पर छापेमारी की।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में शुक्रवार शाम उनके सरकारी आवास पर गिल भाजपा में शामिल हुए थे।
जाखड़ ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आप सरकार यह संदेश देना चाहती है कि जो भी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी की इच्छा के विरुद्ध जाएगा, सतर्कता ब्यूरो उसके खिलाफ छापेमारी करेगा।’’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी ऐसा क्यों कर रही है? क्या यह लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है? पहले तो वह (गिल) अकाली दल के साथ थे। क्या आप सरकार को वहां कुछ नजर नहीं आया? जैसे ही वह किसी अन्य पार्टी में शामिल होते हैं, अगली ही सुबह उनके यहां छापेमारी होती है।’’
सतर्कता ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि गिल्को डेवलपर्स से जुड़े तीन परिसरों पर छापेमारी की गई, जिसमें गिल्को और अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से जुड़ी संस्थाओं के बीच करोड़ों रुपये के ‘‘संदिग्ध’’ वित्तीय लेनदेन का विवरण उजागर हुआ।
गिल्को डेवलपर्स एक रियल एस्टेट फर्म है, जो गिल्को द्वारा प्रवर्तित है।
सतर्कता ब्यूरो के छापों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गिल ने इसे ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ बताया और कहा कि वह अपने क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए भाजपा में शामिल हुए हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी सहित भाजपा के कई नेताओं ने भी गिल के खिलाफ सतर्कता ब्यूरो की कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए आप सरकार पर ‘प्रतिशोध की राजनीति’ में लिप्त होने का आरोप लगाया है।
जाखड़ ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह गुंडागर्दी खत्म करने की बात करती है, लेकिन इससे निपटने के बजाय खुद एक गिरोह की तरह काम कर रही है।