नयी दिल्ली, 27 अगस्त (भाषा) बम्बई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विपुल मनुभाई पंचोली को बुधवार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। सरकार ने यह जानकारी दी।
उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने सोमवार को उनके नामों की सिफारिश की थी और बुधवार को केंद्रीय कानून मंत्रालय ने उनकी नियुक्तियों की घोषणा की।
दोनों के शपथ लेने के बाद, उच्चतम न्यायालय प्रधान न्यायाधीश समेत 34 न्यायाधीशों की अपनी पूर्ण स्वीकृत क्षमता के साथ कार्य करेगा।
न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची के दो अक्टूबर, 2031 को सेवानिवृत्त होने के बाद न्यायमूर्ति पंचोली अक्टूबर 2031 में प्रधान न्यायाधीश बनने की कतार में होंगे।
वह तीन अक्टूबर, 2031 को प्रधान न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करेंगे और 27 मई, 2033 को सेवानिवृत्त होंगे।
तेरह अप्रैल, 1964 को जन्मे न्यायमूर्ति अराधे को 29 दिसंबर, 2009 को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश और 15 फरवरी, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
उन्हें जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया और 20 सितंबर, 2016 को उन्होंने शपथ ली।
उन्हें 11 मई, 2018 को जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
न्यायमूर्ति अराधे को कर्नाटक उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उन्होंने 17 नवंबर, 2018 को न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
उन्होंने तीन जुलाई, 2022 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया था और 14 अक्टूबर, 2022 तक इस पद पर कार्य किया।
उन्हें 19 जुलाई, 2023 को तेलंगाना उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया और उन्होंने 23 जुलाई, 2023 को पद की शपथ ली।
न्यायमूर्ति अराधे को बम्बई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया था और उन्होंने इस वर्ष 21 जनवरी को पदभार ग्रहण किया था।
उन्हें 12 जुलाई, 1988 को अधिवक्ता के रूप में नामांकित किया गया था और उन्होंने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में दीवानी एवं संवैधानिक, मध्यस्थता और कंपनी मामलों का निपटारा किया। अप्रैल 2007 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था।
अहमदाबाद में 28 मई, 1968 को जन्मे न्यायमूर्ति पंचोली को एक अक्टूबर, 2014 को गुजरात उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और 10 जून, 2016 को उन्हें स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
उन्हें पटना उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया और उन्होंने 24 जुलाई 2023 को न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी।
न्यायमूर्ति पंचोली इस वर्ष 21 जुलाई को पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने थे।
उन्होंने सितंबर 1991 में ‘बार’ में प्रवेश किया और गुजरात उच्च न्यायालय में एक वकील के रूप में वकालत शुरू की थी।
उन्हें गुजरात उच्च न्यायालय में सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया गया था और उन्होंने मार्च 2006 तक सात वर्षों तक इस पद पर कार्य किया था।