सावधान रहिए यूरिक एसिड से

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अपने देश में यूरिक एसिड के बढ़ने की समस्या बडी तेजी से बढ़ रही है। आयु बढ़ने के साथ-साथ यूरिक एसिड ,गाउट, आर्थराइटिस समस्या का होना तेजी से आंका गया है।  यूरिक एसिड बढ़ने पर समय पर उपचार ना करने से जोड़ों गाठों का दर्द, गठिया रोग, किड़नी स्टोन, डायबिटीज, रक्त विकार होने की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को नियत्रंण करना अति जरूरी है।
   
यूरिक एसिड के लक्षण :-
      पैरो – जोड़ों में दर्द होना , पैर के एडियों में दर्द रहना ,  गांठों में सूजन , जोड़ों में सुबह शाम तेज दर्द कम-ज्यादा होना। एक स्थान पर देर तक बैठने पर उठने में पैरों एड़ियों में असहनीय दर्द। फिर धीरे धीरे दर्द सामान्य हो जाना। पैरों, जोड़ो, उगलियों, गांठों में सूजन होना। शर्करा यानि शूगर लेबल का  बढ़ना।
इस तरह की यदि कोई भी समस्या हो रहीं हैं तो तुरन्त यूरिक एसिड जांच करवायें।

यूरिक ऐसिड बढ़ने पर खान-पान :-

यूरिक एसिड बढ़ने पर मीट मछली मुर्गा मांसाहार का सेवन तुरन्त बंद कर दें। नॉनवेज खाने से यूरिक एसिड तेजी से बढ़ता है। दवाईयां असर कम करती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर अण्डा का सेवन भी  पूर्ण रूप से बंद कर दें। अण्डा रिच प्रोटीन वसा से भरपूर है जो यूरिक एसिड को बढाता है। बेकरी से बनी सभी खाद्य सामग्री बंद कर दें। बेकरी फूड जैसेकि पेस्ट्री, केक, पैनकेक, बंन्न, क्रीम बिस्कुट इत्यादि में प्रिजरवेटिव मिला होता है । यूरिक एसिड बढ़ने पर तुरन्त जंकफूड, फास्ट फूड, ठंडा सोडा पेय, तली-भुनी चीजें बन्द कर दें। जंकफूड, फास्टफूड, सोडा ठंडा पेय पाचन क्रिया को और भी बिगाड़ती है जिससे यूरिक एसिड तेजी से बढता है।

 ज्यादा चावल, आलू, तीखे मिर्ची वाले, चटपटा, तले पकवानों को भी खाना कम कर दें। यह चीजें यूरिक एसिड बढ़ाने में सहायक हैं। बन्द डिब्बे में मौजूद हर तरह की सामग्री खाना पूरी तरह से बंद कर दें। बन्द डिब्बे की खाने पीने की चीजों में भण्डारण के वक्त कैमिकल रसायन मिलाया जाता है जैसे कि तरह तरह के प्लास्टिक पैक चिप्स, फूड इत्यादि। बन्द डिब्बों और पैकेट की खाद्य सामग्री यूरिक एसिड की तेजी बढ़ाने में सहायक है।
     अलकोहल का सेवन पूर्ण रूप से बन्द कर दें । शोध में पाया गया है कि जो लोग लगातार बीयर शराब नशीली चीजों का सेवन करते हैं, 70 प्रतिशत उनको सबसे ज्यादा यूरिक एसिड की समस्या होती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर तुरन्त बीयर, शराब पीना बन्द कर दें। बीयर शराब स्वस्थ्य व्यक्ति को भी रोगी बना देती है। बीयर, शराब नशीली चीजें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

चिकित्सा एवं खान पान :- यूरिक एसिड को हम बहुत आसानी से होमियोपैथी चिकित्सा द्वारा लक्षणानुसार दवा एवं परहेज के द्वारा पूरी तरीके से ठीक कर सकते  हैं l कुछ घरेलू उपाय भी यूरिक एसिड को कम करने में अत्यंत कारगर है। जैसे – अलसी के बीज भूनकर  पिसा हुआ दिन में दो टाइम खाने से यूरिक ऐसिड में काफी आराम मिलता है। जैतून तेल ( OLIVE OIL )  में विटामिन-ई एवं मिनरलस मौजूद हैं जोकि यूरिक एसिड नियत्रंण करने में सहायक हैं। अतएव यूरिक एसिड से कष्ट पाते हुए मरीजों को जैतून का तेल भी कभी-कभी भोजन में इस्तेमाल करना चाहिए। अखरोट का सेवन प्रोटीन को यूरिक एसिड़ में बदलने से रोकने में सहायक है।विटामिन सी युक्त चीजें भी खाने में सेवन करें। सलाद में आधा नींबू निचोड कर खायें। प्रतिदिन 1 बार 1 गिलास पानी में 1 नींबू निचोड़ कर पीने से यूरिक एसिड मूत्र के माध्यम से निकलने में सक्षम है परंतु उसमें नमक, चीनी, मीठा न मिलायें।

 

 यूरिक एसिड घटाने के लिए रोजाना तेज पैदल चलकर पसीना बहायें। तेज पैदल चलने से एसिड क्रिस्टल जोड़ों गांठों पर जमने से रोकता है। साथ में रक्त संचार को तीब्र कर रक्त संचार सुचारू करने में सक्षम है। पैदल चलने से शरीर में होने वाले सैकड़ों बीमारियों से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। तेज पैदल चलना यूरिक एसिड को शीध्र नियत्रंण करने में सक्षम पाया गया है। बाहर का खाना पूर्ण रूप से बन्द कर दें। घर पर बना ताजा भोजन खायें। खाने में ताजे फल, हरी सब्जियां, सलाद, फाइबर युक्त संतुलित पौष्टिक आहर लें। रोज योग व्यायाम करें। ये  यूरिक एसिड को घटाने में काफी हद तक मददगार है, साथ ही मोटापा यानि शरीर का वजन नियत्रंण में रहेगा।
    ज्यादा सूजन दर्द में आराम के लिए गर्म पानी में सूती कपड़ा भिगो कर सेंके  या बर्फ की सिकाई करें । यूरिक एसिड समस्या शुरू होने पर तुरन्त जांच उपचार करवायें। यूरिक एसिड ज्यादा दिनों तक रहने से अन्य रोग आसानी से घर बना लेते हैं।

 

डॉ रुप कुमार बनर्जी
होमियोपैथिक चिकित्सक