डेडियापाड़ा (गुजरात), 24 जुलाई (भाषा) दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि गुजरात सरकार ने ‘आप’ विधायक चैतर वसावा को इसलिए गिरफ्तार किया, क्योंकि वह राज्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के कार्यान्वयन में भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे थे।
गुजरात के नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा से विधायक वसावा को एक बैठक के दौरान तालुका पंचायत पदाधिकारी पर कथित तौर पर हमला करने के लिए छह जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। सत्र अदालत ने आदिवासी विधायक की जमानत याचिका पिछले हफ्ते खारिज कर दी थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ यहां एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने मनरेगा में कथित घोटाले को लेकर गुजरात के मंत्री बच्चूभाई खाबड़ के दो बेटों की गिरफ्तारी का जिक्र किया, जिसमें निजी ठेकेदारों ने भुगतान का दावा करने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र और दस्तावेज जमा करके 71 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी।
केजरीवाल ने दावा किया, ‘‘विधायक बनने के बाद वसावा ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया। स्कूल, सड़क और अस्पताल बनाने के लिए निर्धारित धन कुछ नेताओं की जेब में जा रहा था। भाजपा नेता वसावा से डरते हैं, क्योंकि वह आदिवासियों की आवाज बन गए हैं। भाजपा ने सोचा कि अगर वसावा उनके (आदिवासियों के) मुद्दे उठाते रहेंगे, तो आदिवासी उन्हें (भाजपा को) वोट नहीं देंगे।’’
‘आप’ नेता ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा मनरेगा का पैसा खा रही है। जब वसावा ने उनके भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया, तो भाजपा सरकार ने उन्हें झूठे मामले में गिरफ्तार कर लिया। वसावा निर्दोष हैं और उन्हें इस तरह की चालों से डराया नहीं जा सकता। केंद्र सरकार ने दिल्ली में भी यही चालें चलीं और मुझे और ‘आप’ के अन्य नेताओं को कई महीनों तक जेल में रखा।’’
उन्होंने दावा किया कि गुजरात सरकार 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले ‘आप’ कार्यकर्ताओं को डराने के लिए पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख इसुधन गढ़वी और विसावदर के नवनिर्वाचित विधायक गोपाल इटालिया को जेल में डाल देगी।
केजरीवाल ने कहा कि लोगों को कांग्रेस से सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि गुजरात में वह सत्तारूढ़ भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के लोगों के लिए ‘आप’ ही एकमात्र विकल्प है।