
मैड्रिड, दो जून (भाषा) स्पेन ने आतंकवाद का मुकाबला करने संबंधी भारत के प्रयासों के प्रति सोमवार को अपना ‘‘स्पष्ट समर्थन’’ जताया। द्रमुक सांसद कनिमोई के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने यहां विदेश मंत्री जोस मैनुअल एल्बरेस से मुलाकात की और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की नीति से अवगत कराया।
प्रतिनिधिमंडल अपनी पांच देशों की यात्रा के अंतिम चरण में तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचा।
मैड्रिड स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री एल्बरेस से मुलाकात की और उन्हें ‘‘भारत के रुख से अवगत कराया तथा आतंकवाद से निपटने में भारत के प्रयासों पर चर्चा की।’’
इसमें कहा गया, ‘‘विदेश मंत्री एल्बरेस ने आतंकवाद से निपटने में भारत के प्रयासों के प्रति स्पेन के स्पष्ट समर्थन को व्यक्त किया तथा वैश्विक शांति के महत्व को दोहराया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद से निपटने के मुद्दे पर स्पेन, भारत के साथ खड़ा है।’’
इससे पहले दिन में, प्रतिनिधिमंडल ने स्पेन में आतंकवाद पीड़ितों के एक संगठन के साथ बैठक के दौरान ‘‘एक सुरक्षित और अधिक दयालु दुनिया’’ के लिए भारत के संकल्प को दोहराया और (भारत-पाकिस्तान) सीमा पार खतरों का सामना करने में नयी दिल्ली के अनुभव को साझा किया।
यह उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है जिन्हें भारत ने 33 देशों की राजधानियों का दौरा करने का दायित्व सौंपा है, ताकि पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक यह संदेश पहुंचाया जा सके कि पाकिस्तान का आतंकवाद से संबंध है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
स्पेन स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आतंकवाद के 4,800 से अधिक पीड़ितों के साथ खड़े एक संगठन द्वारा आयोजित बैठक में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद से मिलने वाली पीड़ा पर गहन चर्चा की।’’
प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार खतरों का सामना करने में भारत के अनुभव को साझा किया तथा एक सुरक्षित, अधिक दयालु विश्व के निर्माण के लिए साझा संकल्प की पुष्टि की।
यात्रा के दौरान, प्रतिनिधिमंडल स्पेन सरकार के प्रतिनिधियों और नागरिक संस्था के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगा तथा आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति से अवगत कराएगा।
कनिमोई ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कल स्पेन में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, मुझे तमिल समुदाय से मिलकर बहुत खुशी हुई। घर से दूर रहने वाले इतने सारे भारतीयों से जुड़ना अद्भुत अनुभव था।’’