पटना, 16 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाबा साहब आंबेडकर का कथित रूप से अपमान करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद पर सोमवार को निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को राज्य और देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी।
अत्यंत पिछड़े वर्ग से आने वाले स्वतंत्रता सेनानी बुद्धू नोनिया की स्मृति में आयोजित एक समारोह में शामिल होने पटना आए शिवराज ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात की।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, ‘‘मैं अचंभित हूं कि लालू प्रसाद के साथ क्या गलत हुआ है। उन्होंने भारत रत्न से सम्मानित आंबेडकर की तस्वीर अपने पैरों के नीचे रखवाई थी, जिन्होंने देश को उसका संविधान दिया। मुझे दुख और पीड़ा महसूस हो रही है।’’
चौहान पिछले सप्ताह प्रसाद के 78वें जन्मदिन समारोह के एक वीडियो फुटेज का हवाला दे रहे थे, जिसमें एक आगंतुक ने राजद सुप्रीमो के पैर के पास आंबेडकर का चित्र रखा था।
हालांकि, राजद ने इस आरोप से इनकार किया और दावा किया है कि आगंतुक ने अपने हाथों में चित्र पकड़ रखा था और भाजपा ‘‘कैमरा एंगल’’ के कारण विवाद खड़ा कर रही है।
चौहान ने कहा कि इस घटना ने प्रसाद के ‘‘सामाजिक न्याय’’ के मसीहा होने के दावों पर सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार और पूरे देश के लोग राजद और उसके अध्यक्ष को कभी माफ नहीं करेंगे।’’
इस बीच, प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव ने अपने पिता द्वारा माफ़ी मांगने की संभावना से इनकार किया है। जब एक प्रेस वार्ता में उनसे विवाद के बारे में सवाल पूछे गए, तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘क्या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माफी मांगी है?’’
यह इशारा कुछ महीने पहले संसद में शाह के भाषण की ओर था, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘‘आंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है। अगर लोग इतनी बार भगवान को याद करते तो उन्हें स्वर्ग में जगह मिल जाती।’’
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने यह भी कहा, ‘‘आंबेडकर का कभी अपमान नहीं किया गया (राजद सुप्रीमो द्वारा)। यह एक तथ्य है जो आप सभी जानते हैं।’’
बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने आंबेडकर का कथित रूप से अपमान करने के लिए प्रसाद को नोटिस जारी किया है।
आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है तथा आगाह किया है कि ऐसा न करने पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है।
‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने कहा कि कथित घटना पर स्पष्टीकरण मांगने के लिए लालू प्रसाद को नोटिस जारी किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आयोग ने प्रसाद को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है और चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत कार्रवाई हो सकती है।’’