एक्टिंग में वापसी कर रहे हैं पवन कल्याण

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2 सितंबर, 1968 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में पैदा हुए तेलुगु फिल्मों के सबसे पॉपुलर एक्‍टर पवन कल्याण का असली नाम कोनिडेला कल्याण बाबू है। उनके पिता कोनेडेला वेंकट राव पुलिस में कॉन्स्टेबल थे ।

पवन कल्याण ने के सेंट जोसेफ इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल से हाईस्कूल तक ही पढ़ाई की  लेकिन उसके बाद वो कभी कॉलेज नहीं गए।  

पवन कल्याण साउथ के सबसे मशहूर एक्टर चिरंजीवी और नागेंद्र बाबू के सबसे छोटे भाई हैं। वह अभिनेता राम चरण, वरुण तेज, साई धर्म तेज के चाचा हैं और रिश्ते में अल्लू अर्जुन के फूफा लगते हैं।  

लगभग 7 फिल्मों में स्टंट को-ऑर्डिनेटर के तौर पर काम करने के बाद 1996 में फिल्म ‘अक्कड़ा अम्मायी इक्कदा अब्बायी’ से पवन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की।

उसके बाद वह ’थोली प्रेमा’ (1998) में नजर आए। इस फिल्म को 1998 की सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। 1997 से 1999 के बीच लगातार 6 हिट फिल्में देकर वो स्टार बन गए।

पवन ने अपने भाई चिरंजीवी से अलग यूथ आइकन की इमेज बनाई। 1998 में रिलीज हुई फिल्म ‘सुस्वागतम’ से पावर स्टार का टाइटल मिला। 29 साल के करियर में उन्‍होंने 28 फिल्‍मों में काम किया।

फिल्म ’सरदार गब्बर सिंह (2016)  के लिए पवन कल्याण को तेलुगु भाषा की फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता केटेगरी में फिल्मफेयर अवार्ड मिला।  फिल्मों में उनके निभाए गए किरदारों की चर्चा हमेशा होती हैं।

पवन कल्याण  ने फिल्म ’जॉनी’ (2003) को डायरेक्ट भी किया था। वो ’सरदार गब्बर सिंह (2016) और ’चल मोहन रंगा’ (2018) के निर्माता भी रहे हैं।  उन्हें  लेखन का  शौक रहा है। वह दो फिल्मों के लिए स्टोरी और एक के लिए स्क्रिप्ट लिख चुके हैं।

पिछले कुछ बरसों से एक्‍टर पवन कल्याण के फैंस  उन्हें  सिनेमाघरों में देखने के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में स्‍वाभाविक है कि फैंस उनकी अपकमिंग फिल्मों के लिए काफी एक्साइटेड हैं।  

कभी बड़े पर्दे पर स्टार रहे पवन कल्‍याण का बॉक्स ऑफिस पॉवर काफी जबर्दस्‍त था,। इसलिए  उन्हें  पॉवर स्‍टार कहा जाता है लेकिन वर्तमान में वे आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री हैं।

आंध्र प्रदेश सरकार में उप-मुख्यमंत्री पद के साथ ही वो पंचायत राज, ग्रामीण विकास और ग्रामीण जल आपूर्ति; पर्यावरण, वन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय जैसे पोर्टफोलियो भी संभाल रहे हैं। ऐसे में उनका पूरा फोकस राजनीति पर होने की वजह से वे फिल्‍मों के लिए पहले की तरह समय नहीं दे पा रहे हैं।

पवन कल्‍याण की कई फ़िल्में अटकी पड़़ी हैं। ऐसे में मेकर्स  उनके सेट पर लौटने का इंतज़ार कर रहे हैं। पवन कल्‍याण की तीन अधूरी फिल्‍मों के मेकर्स ने हाल ही में उनके साथ मुलाकात की। यदि खबरों की मानें तो पवन ने  उन्हें, उनकी फिल्‍में पूरी करने के लिए तारीखें देने का वादा करते हुए जल्‍दी ही शूटिंग शुरू करने के  लिए आश्‍वस्‍त भी किया है।

मिली जानकारी के अनुसार पवन कल्याण डायरेक्टर हरिश शंकर के साथ फिल्‍म ‘उस्ताद भगत सिंह’ की शूटिंग जुलाई से शुरू करने वाले हैं। यह फिल्‍म उन्‍होंने 170 करोड़ रुपये की तगड़ी फीस पर साइन की थी। किसी नॉन-पैन इंडिया फिल्म के लिए किसी तेलुगु अभिनेता को दी गई यह अब तक की सबसे मोटी रकम है।

इसके अलावा पवन कल्याण कृष के निर्देशन में एक पीरियाडिकल फिल्म ‘हरि हरा वीरा मल्लू’  और निर्देशक सुजीत के साथ ‘ओजी’ की शूटिंग भी करेंगे।

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