भारत के कमजोर गेंदबाजी आक्रमण पर गंभीर ने कहा, हमें उन्हें समय देना होगा
Focus News 25 June 2025 0
लीड्स, 25 जून (भाषा) इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में हार के दौरान भारतीय आक्रमण की अनुभवहीनता खुलकर उजागर हो गई लेकिन मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा कि टीम के अधिकतर तेज गेंदबाज अभी अपने करियर की शुरुआत कर रहे हैं और उन्हें कुछ और समय देने की जरूरत है।
इंग्लैंड की पहली पारी में पांच विकेट लेने वाले जसप्रीत बुमराह को छोड़कर कोई भी अन्य गेंदबाज प्रभावशाली नहीं दिखा और मेजबान टीम ने मंगलवार को मैच के पांचवें और अंतिम दिन 371 रन का लक्ष्य बिना किसी परेशानी के हासिल कर लिया।
प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर की तेज गेंदबाजी तिकड़ी की लाइन और लेंथ में निरंतरता का अभाव दिखा।
गंभीर में भारत की पांच विकेट से हार के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें उन्हें समय देना होगा। पहले हमारी टीम में चार तेज गेंदबाज होते थे, जिन्हें 40 से अधिक टेस्ट मैचों का अनुभव था। एकदिवसीय या टी20 मैचों में इसका इतना बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता, लेकिन जब आप टेस्ट मैच खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या दक्षिण अफ्रीका का दौरा करते हैं तो अनुभव काफी मायने रखता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनके करियर के अभी शुरुआती दिन हैं। अगर हम प्रत्येक टेस्ट मैच के बाद अपने गेंदबाजों का मूल्यांकन करना शुरू कर देंगे, तो हम अच्छा गेंदबाजी आक्रमण कैसे तैयार कर पाएंगे। बुमराह और सिराज के अलावा हमारे पास तेज गेंदबाजी में उतना अनुभव नहीं है, लेकिन उनमें (अन्य में) गुणवत्ता है और यही वजह है कि वे इस भारतीय टीम में हैं।’’
गंभीर ने कहा, ‘‘लेकिन हमें उनका समर्थन करते रहना होगा, क्योंकि यह एक दौरे की बात नहीं है। यह एक मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण तैयार करने से जुड़ा है, जो टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक भारत की सेवा कर सके।’’
भारतीय टीम में शामिल अन्य तेज गेंदबाजों में अर्शदीप सिंह ने अभी तक कोई टेस्ट नहीं खेला है जबकि हर्षित राणा ने केवल दो मैच खेले हैं।
प्रसिद्ध ने मैच में पांच विकेट लिए लेकिन उन्होंने काफी रन भी लुटाए। गंभीर को हालांकि लगता है कि प्रसिद्ध में ‘‘एक बहुत अच्छा टेस्ट गेंदबाज बनने के सभी गुण मौजूद हैं।’’
उन्होंने शार्दुल ठाकुर का भी बचाव किया, जिन्होंने पहली पारी में केवल छह और पूरे मैच में 16 ओवर ही फेंके।
गंभीर ने कहा, ‘‘कप्तान परिस्थितियों के अनुसार फैसला करता है। रविंद्र जडेजा ने पहली पारी में हमें संतुलन प्रदान किया जिससे हम दूसरे छोर पर अपने तीन तेज गेंदबाजों में अदला बदली कर सकते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि शार्दुल का कौशल क्या है और इसलिए वह भारत के लिए खेल रहे है। सिर्फ इसलिए कि वह चौथे तेज गेंदबाज हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें स्पिनर से पहले उतारा जाना चाहिए।’’
पांच मैच की श्रृंखला के पहले मैच की दोनों पारियों में अच्छी शुरुआत के बावजूद भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज कोई खास योगदान नहीं दे पाए। भारत ने पहली पारी में 41 रन के अंदर अंतिम सात विकेट और दूसरी पारी में 31 रन के अंदर छह विकेट गंवा दिए थे जिसका टीम को आखिर में खामियाजा भुगतना पड़ा।
गंभीर ने पुछल्ले बल्लेबाजों के बारे में कहा, ‘‘सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि ऐसा नहीं है कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं जानता हूं कि यह निराशाजनक है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वे किसी और से भी अधिक निराश हैं। क्योंकि वे जानते थे कि हमारे पास अवसर था। अगर हम पहली पारी में 570 या 580 रन तक पहुंच जाते, तो हम मैच पर मजबूत पकड़ बना सकते थे। लेकिन हमारी हार का यह एकमात्र कारण नहीं है।’’
शुभमन गिल ने कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में शतक जड़ा। गंभीर ने कहा कि गिल कप्तान के रूप में और बेहतर होते जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘कप्तान के रूप में यह उनका पहला टेस्ट मैच था, इसलिए थोड़ा नर्वस होना लाजमी है। ऐसा मौका बहुत कम लोगों को मिलता है और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उनके पास एक सफल कप्तान बनने के सभी गुण मौजूद हैं बस हमें उन्हें कुछ समय देना होगा।’’