श्रीनगर, 24 जून (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष ने तेहरान को मुस्लिम जगत के नेतृत्व की भूमिका में ला दिया है और वाशिंगटन तथा यरुशलम को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं इस युद्ध में ईरानी नेतृत्व, उसके सशस्त्र बलों और लोगों के साहस व दृढ़ संकल्प को सलाम करती हूं। उनके पास परमाणु हथियार नहीं था, उनके पास एकमात्र हथियार था विश्वास और शहादत की इच्छा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसने अमेरिका और उसके चाटुकार देश इजराइल को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। आज (अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप युद्ध विराम की बात कर रहे हैं। इसका मतलब है कि अब तक युद्ध का परिणाम अमेरिका और इजराइल की उम्मीदों के बिल्कुल विपरीत रहा है।’’
मुफ्ती ने कहा कि इस युद्ध ने ईरान को मुस्लिम जगत में नेतृत्वकारी भूमिका में ला खड़ा किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस युद्ध ने ईरान को मुस्लिम दुनिया में नेतृत्व की भूमिका दी है, हालांकि अन्य मुस्लिम देशों ने दिखावटी समर्थन से ज्यादा कुछ नहीं किया है। अमेरिका की आदत मुस्लिम देशों पर अपनी मर्जी से हमला करने की थी, चाहे वह इराक हो, अफगानिस्तान हो, लीबिया हो या सीरिया । हालांकि, आज अमेरिका को मुस्लिम देशों पर हमला करने के अपने प्रयास में हार का सामना करना पड़ा।’’
पाकिस्तान द्वारा ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुफ्ती ने कहा कि यह बचकाना और अपरिपक्व कदम है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है कि पाकिस्तान ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए ट्रंप को नामित किया है। मुझे लगता है कि यह बचकाना और अपरिपक्व फैसला था, खासकर ऐसे व्यक्ति के लिए जो यह नहीं जानता कि वह क्या कह रहा है और अगले ही पल क्या करने वाला है।’’