नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने शनिवार को 2.3 करोड़ रुपये की स्टार्टअप नवाचार चुनौती शुरू करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य देश में छत वाले सौर पैनल की स्थापना और नवीकरणीय ऊर्जा स्वीकार्यता में तेजी लाना है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस नवाचार चुनौती का उद्देश्य भारत के छत वाले सौर (रूफटॉप सोलर) और वितरित नवीकरणीय ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए सफल समाधानों की पहचान करना और उनका समर्थन करना है।
इसे एमएनआरई के तत्वावधान में राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) के सहयोग से और स्टार्टअप इंडिया, डीपीआईआईटी के समन्वय से क्रियान्वित किया जा रहा है।
बयान के अनुसार, नवीकरणीय ऊर्जा कार्यबल के लिए ‘कौशल विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन’ के दौरान रूफटॉप सोलर (आरटीएस) और वितरित अक्षय ऊर्जा (डीआरई) प्रौद्योगिकियों पर अभिनव परियोजना ‘स्टार्ट-अप चैलेंज’ का शुभारंभ किया गया।
इस चुनौती के तहत भारत में नवप्रवर्तकों और स्टार्टअप्स से आवेदन मांगे गए हैं, जो अक्षय ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देने के लिए चार प्रमुख श्रेणियों- वहनीयता, लचीलापन, समावेशिता और पर्यावरणीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
यह चुनौती हरित प्रौद्योगिकी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), कृत्रिम मेधा (एआई), ब्लॉकचेन, निर्माण, ऊर्जा हार्डवेयर, वित्तीय प्रौद्योगिकी और अपशिष्ट प्रबंधन में स्टार्टअप्स की एक विस्तृत शृंखला के लिए खुली है।
आवेदक कुल 2.3 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिसमें प्रथम पुरस्कार के लिए एक करोड़ रुपये, दूसरे के लिए 50 लाख रुपये, तीसरे के लिए 30 लाख रुपये और पांच लाख रुपये प्रत्येक के 10 सांत्वना पुरस्कार शामिल हैं।