नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) वेदांता रिसोर्सेज अपनी खनन परिसंपत्तियों के विकास के लिए पूंजी जुटाने को अपने जाम्बिया के तांबा कारोबार कोंकोला कॉपर माइंस (केसीएम) को अमेरिकी बाजार में सूचीबद्ध करने सहित कई विकल्पों पर विचार कर रही है। कंपनी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कंपनी की कोंकोला तांबा खान में 1.6 करोड़ टन का तांबा भंडार और संसाधन हैं।
वेदांता के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) अजय गोयल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘जाम्बिया परिसंपत्ति, कोंकोला तांबा खान में… तांबा उच्चतम ग्रेड में से एक है… और उस मामले में, पूंजी जुटाने के कई विकल्प हैं। और मूल्य सृजन के लिए, समय पर सूचीबद्धता विकल्पों में से एक है।’’
उन्होंने कहा कि तांबे की मौजूदा कीमतों को देखते हुए यह खदान वास्तव में ‘सोने की खान’ होगी।
हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी किसी चीज को अंतिम रूप नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि सूचीद्धता निकट भविष्य में एक विकल्प है।
जब उनसे पूछा गया कि कंपनी सूचीबद्धता से कितनी राशि जुटाने की योजना बना रही है और कोष का उपयोग कैसे किया जाएगा, तो उन्होंने कहा, ‘‘हम केसीएम के मूल्यांकन और कितनी राशि जुटाई जाएगी, इस मामले में अभी उस चरण तक नहीं पहुंचे हैं। ऐसा कहने के बाद, अभी हमारा पूरा ध्यान केसीएम, हमारी जाम्बिया की संपत्ति, को पूरी तरह से चालू करने पर है और जाहिर है कि समय के साथ सूचीबद्धता एक विकल्प है।’’
ऊर्जा रुपांतरण प्रौद्योगिकियों के लिए तांबा एक महत्वपूर्ण खनिज है। इलेक्ट्रिक वाहन में इस्तेमाल के लिए वैश्विक स्तर पर इसकी मांग बढ़ रही है। साथ ही शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लिए प्रयास कर रही तेजी से डिजिटल होती आधुनिक दुनिया में इसकी मांग बढ़ रही है।
करीब 2.4 प्रतिशत से अधिक उच्च-श्रेणी के तांबे के भंडार के साथ, केसीएम दुनिया में उच्च-श्रेणी के तांबे के सबसे बड़े भंडार में से एक है। कुल 4,12,000 टन कोबाल्ट भंडार और संसाधनों के साथ, केसीएम में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच कोबाल्ट उत्पादकों में शामिल होने की क्षमता भी है। वेदांता की योजना केसीएम तांबा उत्पादन को मौजूदा के 2,00,000 टन सालाना से बढ़ाकर 3,00,000 टन करने की है। इसके अलावा कंपनी का इरादा कोबाल्ट उत्पादन को 1,000 टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 6,000 टन सालाना करने का है। वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड वेदांता लिमिटेड और कोंकोला कॉपर माइंस की होल्डिंग कंपनी है। इन कारोबार में कई अनुषंगी कंपनियां हैं, जिनके पोर्टफोलियो में तेल और गैस, जस्ता, सीसा, चांदी, तांबा, लौह अयस्क, इस्पात, निकल, एल्युमीनियम, बिजली और ग्लास सब्सट्रेट के संचालन शामिल हैं।