साउथ के जाने माने निर्देशक ए.आर मुरुगदास व्दारा निर्देशित साजिद नाडियाडवाला व्दारा निर्मित मच अवेटेड फिल्म ‘सिकंदर’ में सलमान खान के साथ रश्मिका मंदाना लीड किरदार में थे, वहीं विलेन के तौर पर रणदीप हुड्डा और साउथ एक्टर सत्यराज नजर आए।
03 अक्टूबर 1954 को तमिलनाडु के चैन्नई में पैदा हुए सत्यराज का असल नाम रंगाराज सुब्बा है लेकिन फिल्मों में आने के साथ उन्होंने अपना नाम सत्यराज रख लिया।
सत्यराज बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे। इसी ख्वाहिश के चलते साल 1976 में उन्होंने घर छोड़ दिया। सत्यराज ने अपने कैरियर की शुरूआत नेगेटिव रोल्स के साथ की । ज्यादातर तमिल सिनेमा के लिए काम करते हुए वे अब तक लगभग 200 फिल्मों में काम कर चुके हैं।
सत्यराज व्दारा अभिनीत साउथ की फिल्मों में ’वेधम पुधित्थू’ (1987), नदीगन’ (1990), पेरियर (2007), ओनबधु रूबाई नोट्टू (2007), ननबन (2012) में उनके काफी महत्वपूर्ण किरदार थे।
शाहरूख खान स्टॉरर ’चेन्नई एक्सप्रेस’ (2013) में सत्यराज ने दीपिका पादुकोण के पिता का किरदार निभाया था।
‘बाहुबली’ फ्रेंचाइजी में कटप्पा का किरदार निभाकर सत्यराज ने करोड़ों फैंस को दीवाना बनाया। इस किरदार ने उन्हें पैन इंडिया फेमस कर दिया था। यह किरदार उनके करियर के लिए अहम मोड़ माना जाता है। इसके बाद लोग उन्हें कटप्पा के नाम से जानने लगे।
सत्यराज 1986 से फिल्मों में विग पहनते आ रहे हैं लेकिन ’बाहुबली’ में उन्हैं ओरिजनल बोल्ड लुक में प्रस्तुत किया गया और उनका वह लुक ऑडियंस को बहुत पसंद आया। इसके साथ सत्यराज ने तय किया है कि वो अपने नेचजुरल लुक के साथ ही फिल्में करेंगे।
सत्यराज व्दारा ‘बाहुबली’ फ्रेंचाइजी में कटप्पा वाले किरदार के कारण फिल्म ‘सिकंदर’ को लेकर काफी बज बना हुआ था लेकिन इस फिल्म में एक राजनेता के विलेन वाले किरदार में वह एकदम बेअसर रहे।
सच कहा जाए तो फिल्म में उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया जो ऑडियंस को अच्छा लगे। एकदम बासी और पुरानी सी नजर आने वाली इस फिल्म में उनका किरदार ठीक से लिखा ही नहीं गया।
फिल्म देखते हुए भारतीय सिनेमा के लिए काफी बुरा लगता है कि आखिर हिट फिल्मों के प्लॉट ऐसंबल कर इस तरह यह फिल्म बनाने की क्या तुक थी ? समझ में ही नहीं आया कि सलमान जैसे स्टार ने इस बकवास फिल्म के मेकिंग के दौरान इसमें दखल क्यों नहीं दिया ?
खैर वजह जो भी रही हो लेकिन फिल्म ऑडियंस की कसौटी पर खरी नहीं उतर सकी। ‘सिकंदर’ को सलमान की ‘कम बैक ‘ फिल्म कहकर प्रचारित किया गया था लेकिन यह उनके लिए ‘गो बैक ‘ फिल्म बनकर रह गई।