चंडीगढ़, सात मई (भाषा) पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए लोगों में शामिल नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मां आशा नरवाल ने 22 अप्रैल के हमले का बदला लेने के लिए भारत सरकार की बुधवार को सराहना की और कहा कि उनका पूरा परिवार तथा देश के लोग सरकार के साथ खड़े हैं।
भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल हैं।
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर प्रमुख पर्यटक स्थल बैसरन में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने हमला किया जिसमें 26 लोग मारे गए थे। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे जिनमें हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे।
नरवाल की मां आशा ने करनाल में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह बिल्कुल सही किया कि (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी ने (पहलगाम) हमले का बदला लिया। मैं उनके (सरकार के) साथ हूं, लोग उनके साथ हैं, और हमारा पूरा परिवार उनके साथ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी सेना से कहना चाहती हूं कि वे मुंहतोड़ जवाब दें ताकि ऐसी घटनाएं (पहलगाम जैसी) दोबारा न हों।’’ आशा ने कहा कि जिन लोगों ने जान गंवाई, उन्हें न्याय मिला है।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (26) अपनी पत्नी हिमांशी के साथ पहलगाम में हनीमून मनाने गए थे, तभी 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी। हमले से तीन सप्ताह पहले ही नरवाल की शादी हुई थी।
हमले के बाद हिमांशी की एक भावुक तस्वीर ने लोगों को आतंकवादियों के प्रति गुस्से और आक्रोश से भर दिया था, जिसमें वह अपने पति के मृत शरीर के बगल में बैठी थीं और उनका चेहरा झुका हुआ था।