गुवाहाटी, 20 मई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत खनिज संपन्न है लेकिन सबसे अधिक ‘उपेक्षित और अल्प विकसित’ है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र दशकों से ‘व्यवस्थित आर्थिक और राजनीतिक शोषण’ का सामना कर रहा है।
शर्मा ने सोमवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि बलूचिस्तान खजाना है, लेकिन ‘उपेक्षा के चलते’ बदहाली की सूरत बयां करता है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान का सबसे बड़ा और सबसे अधिक संसाधन संपन्न प्रांत होने के बावजूद, बलूचिस्तान इसका सबसे उपेक्षित और अविकसित क्षेत्र बना हुआ है। एक विरोधाभास जो दशकों के व्यवस्थित आर्थिक और राजनीतिक शोषण को दर्शाता है।’’
असम के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की कुल खनिज संपदा का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इसमें विशाल रेको डिक तांबा-सोना भंडार भी शामिल है, जो दुनिया के सबसे बड़े अप्रयुक्त भंडारों में से एक है, जहां अनुमानत: 5.9 अरब टन अयस्क है और जिसमें 4.15 करोड़ औंस सोना और 3.5 करोड़ टन तांबा है। शर्मा ने यह भी कहा कि ग्वादर बंदरगाह और 770 किलोमीटर लंबी मकरान तटरेखा सीपीईसी के तहत अपार भू-रणनीतिक और आर्थिक क्षमता प्रदान करती है, लेकिन स्थानीय समुदाय बड़े पैमाने पर वंचित हैं, जिन्हें स्वच्छ पेयजल, बिजली और बुनियादी ढांचा तक उपलब्ध नहीं है।