मुंबई, मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आने-जाने वाले यात्रियों को 16 मई से उपयोगकर्ता विकास शुल्क के रूप में 695 रुपये तक का भुगतान करना होगा। हवाई अड्डा शुल्क नियामक एईआरए ने हवाई अड्डा परिचालकों को शुल्क में संशोधन की अनुमति दे दी है।
भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (एईआरए) ने 16 मई, 2025 से 31 मार्च, 2029 की अवधि के लिए यूडीएफ की संशोधित दरें तय की हैं।
इससे पहले, मुंबई हवाई अड्डे से अगस्त, 2024 तक घरेलू यात्री पर प्रति प्रस्थान शुल्क 120 रुपये और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए 187 रुपये था।
प्राधिकरण ने बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा कि सभी संबंधित हितधारकों के बीच वैमानिकी शुल्क का समान आवंटन सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले घरेलू यात्रियों के लिए यूडीएफ 175 रुपये प्रति प्रस्थान होगा। वहीं हवाई अड्डे पर उतरने वाले यात्रियों के लिए यह यूडीएफ 75 रुपये प्रति यात्री तय किया गया है।
बयान के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए यूडीएफ को ‘इकनॉमी’ एवं ‘बिजनेस’ श्रेणी के यात्रियों के लिए अलग-अलग तय किया गया है। अंतराष्ट्रीय यात्रा कर रहे ‘इकनॉमी’ श्रेणी के यात्रियों के लिए यूडीएफ को 615 रुपये प्रति यात्री और ‘बिजनेस’ श्रेणी के लिए 695 रुपये प्रति यात्री किया गया है।’’
इससे पहले यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने वाजे ‘बिजनेस’ तथा ‘इकनॉमी’ श्रेणी के यात्रियों के लिए यूडीएफ क्रमश: 304 रुपये और 260 रुपये था।
देश के प्रमुख हवाई अड्डों के लिए सभी शुल्क निर्धारित करने का अधिकार भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (एईआरए) के पास है।
विमानन कंपनियों के लिए ‘लैंडिंग’ और पार्किंग शुल्क को भी कम कर दिया गया है। समान हवाई अड्डों पर प्रतिस्पर्धात्मक हवाई अड्डा शुल्क को ध्यान में रखते हुए उन्हें उचित स्तर पर रखा गया है।
नियामक ने कहा कि यह दर संशोधन सुनिश्चित करता है कि विमानन संचालन अनुचित रूप से बोझिल न बने और परिचालन दक्षता को कायम रखा जा सके।
छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय (सीएसएमआई) हवाई अड्डे का संचालन मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (एमआईएएल) द्वारा किया जाता है, जो अदाणी समूह के नेतृत्व वाला एक समूह है।
यह हवाई अड्डा प्रति वर्ष 35 लाख या उससे अधिक यात्रियों को सेवाएं मुहैया कराता है। यह प्रमुख हवाई अड्डों की श्रेणी में आता है।