
बीकानेर, 22 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि विकसित भारत बनाने के लिए आज देश में आधुनिक अवसंरचना बनाने का बहुत बड़ा महायज्ञ चल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में अवसंरचना के कामों पर पहले की तुलना में कई गुना अधिक पैसा खर्च हो रहा है।
मोदी ने पलाना (देशनोक) में आयोजित एक कार्यक्रम में 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
इस अवसर उन्होंने कहा, “हमारे देश की सड़कें आधुनिक हों, हमारे देश के हवाई अड्डे आधुनिक हों, हमारे यहां रेल व रेलवे स्टेशन आधुनिक हों, इसके लिए पिछले 11 साल में अभूतपूर्व गति से काम किया गया है।”
उन्होंने कहा, “बुनियादी ढांचे के इन कामों पर देश पहले जितना पैसा खर्च करता था आज उससे छह गुणा ज्यादा पैसा खर्च कर रहा है।’
मोदी ने कहा कि आज भारत में हो रहे इन विकास कार्यों को देखकर दुनिया भी हैरान है।
उन्होंने कहा कि आज भारत अपने ट्रेनों के नेटवर्क को भी आधुनिक कर रहा है और वंदे भारत ट्रेनें, अमृत भारत ट्रेनें, नमो भारत ट्रेनें देश की नई गति व नई प्रगति को दर्शाती हैं।
इस कार्यक्रम में उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में 100 से अधिक पुनर्विकसित अमृत स्टेशन का ऑनलाइन उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि देश में करीब 70 रूट पर वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं। उन्होंने कहा, “इससे दूर-दराज के इलाकों तक आधुनिक ट्रेनें पहुंची हैं। बीते 11 वर्षों में सैकड़ों रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। 34000 किलोमीटर से ज्यादा की नई पटरियां बिछाई गई हैं। देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम चल रहा है।”
मोदी ने कहा कि सरकार रेलवे स्टेशनों का भी आधुनिकीकरण कर रही है। उन्होंने कहा, “इन आधुनिक रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन नाम दिया गया है। इनमें से 100 से अधिक अमृत भारत स्टेशन बनकर तैयार हो चुके हैं। लोग सोशल मीडिया पर देख रहे हैं कि इन रेलवे स्टेशन का पहले क्या हाल था और अब कैसे इनकी तस्वीर बदल गई है।”
उन्होंने कहा, “विकास भी, विरासत भी… इस मंत्र का इन अमृत भारत स्टेशन पर नजारा साफ साफ दिखाई देता है। ये स्थानीय कला और संस्कृति के भी प्रतीक हैं। हर अमृत स्टेशन पर आपको भारत की हजारों साल पुरानी विरासत भी देखने को मिलेगी।”
मोदी ने कहा कि ये स्टेशन हर राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने का माध्यम बनेंगे और नौजवानों को रोजगार के नए मौके देंगे। मोदी ने कहा कि सरकार अवसंरचना बनाने के लिए जो पैसा खर्च करती है उससे रोजगार व कारोबार के मौके भी बनते हैं।
उन्होंने कहा, “यह पैसा मजदूर की जेब में जा रहा है, दुकानदार को मिल रहा है। दुकान व फैक्टरी में काम करने वालों को मिल रहा है। रेत, बजरी, सीमेंट आदि की ढुलाई करने वाले और ट्रक-टेम्पो चलाने वाले लोगों को भी इससे फायदा होता है।”
मोदी ने कहा कि जब अवसंरचना तैयार हो जाती है, तो उसके कई गुणा और फायदे होते हैं।
उन्होंने कहा, “किसान की कृषि उपज कम कीमत पर बाजार तक पहुंचती है और बर्बादी कम होती है। नए उद्योग लगते हैं, पर्यटन को बढ़ावा मिलता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे पर किए जा रहे काम का बड़ा लाभ राजस्थान को भी हो रहा है। आज राजस्थान के गांव गांव में अच्छी सड़कें बन रही हैं। सीमावर्ती इलाकों में भी शानदार सड़कें बन रही हैं। इसके लिए बीते 11 साल में अकेले राजस्थान में करीब 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
उन्होंने कहा, “राजस्थान में रेलवे के विकास के लिए भी केंद्र सरकार इस साल करीब दस हजार करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है जो 2014 से पहले की तुलना में 15 गुना ज्यादा है।”
मोदी ने कहा कि राजस्थान के औद्योगिक विकास के लिए भी ‘डबल इंजन’ सरकार तेजी से काम कर रही है और अलग अलग क्षेत्र के लिए राज्य सरकार ने नई औद्योगिक नीतियां जारी की हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की रिफाइनरी का काम भी अपने अंतिम चरण में है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “इससे राजस्थान पेट्रोलियम आधारित उद्योगों का प्रमुख हब बनेगा।”
उन्होंने कहा कि राजस्थान में ‘पीएम सूर्य’ घर मुफ्त बिजली योजना भी तेजी से आगे बढ़ रही है और इस योजना से राजस्थान के चालीस हजार से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं तथा इससे लोगों का बिजली बिल शून्य हुआ है और लोगों को सोलर बिजली पैदा करके कमाई का नया रास्ता मिला है।
विकास में पानी के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “एक तरफ हम सिंचाई परियोजनाएं पूरी कर रहे हैं और नदियों को भी जोड़ रहे हैं। पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना से राजस्थान के कई जिलों को फायदा होगा। यहां की धरती व किसानों को फायदा होगा।”
उन्होंने कहा, “राजस्थान की वीर धरा हमें सिखाती है कि देश और देशवासियों से बड़ा और कुछ नहीं।”
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री ने देश में रेल अवसंरचना को निरंतर बेहतर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में 1,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 103 पुनर्विकसित अमृत स्टेशनों का उद्घाटन किया।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1,300 से अधिक स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकसित किया जा रहा है, जिन्हें क्षेत्रीय वास्तुकला को प्रतिबिंबित करने और यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
उन्होंने इस योजना के तहत पुनर्विकसित देशनोक स्टेशन का उद्घाटन किया और बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इससे पहले मोदी ने देशनोक के विख्यात करणी माता मंदिर में पूजा-अर्चना की।
कार्यक्रम में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद थे।