लंदन, 21 मई (एपी) ब्रिटेन में मुद्रास्फीति अप्रैल में बढ़कर एक साल से अधिक के उच्चतम स्तर पर 3.5 प्रतिशत पहुंच गयी। मुख्य रूप से ऊर्जा और पानी जैसे घरेलू बिल बढ़ने से महंगाई दर बढ़ी है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर अप्रैल में में 3.5 प्रतिशत रही, जबकि मार्च में यह 2.6 प्रतिशत थी।
अप्रैल की महंगाई दर जनवरी, 2024 के बाद से सबसे अधिक है। इतना ही नहीं यह वृद्धि अक्टूबर, 2022 के बाद से सबसे बड़ी है। उस समय रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर ऊर्जा संकट चरम पर था।
अर्थशास्त्रियों ने महंगाई दर में बड़ी वृद्धि का अनुमान जताया था। इसका कारण अप्रैल में घरेलू बिलों में वृद्धि है। साथ ही कंपनियों पर उच्च कर का प्रभाव और न्यूनतम मजदूरी में काफी वृद्धि भी इसका कारण है।
व्यापक रूप से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल मुद्रास्फीति तीन प्रतिशत से ऊपर रहेगी। इससे बैंक ऑफ इंग्लैंड नीतिगत दर में और कटौती से परहेज कर सकता है। केंद्रीय बैंक का मुद्रास्फीति लक्ष्य दो प्रतिशत है।