बेंगलुरु, 21 मई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्य की ओर से पड़ोसी आंध्र प्रदेश को छह कुमकी (प्रशिक्षित) हाथी सौंपते हुए मानव-हाथी संघर्ष को कम करने में राज्यों के बीच सहयोग व समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया।
कर्नाटक सरकार द्वारा यहां आयोजित एक कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश को चार हाथी सौंपे गए। दो बाद में सौंपे जाएंगे। इस कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी शामिल हुए।
अधिकारियों के अनुसार, कुमकी हाथियों का इस्तेमाल आंध्र प्रदेश में उत्पाती हाथियों के झुंड को नियंत्रित करने, उन्हें खेतों में घुसने, उत्पात मचाने और लोगों पर हमला करने से रोकने के लिए किया जाएगा।
आंध्र प्रदेश को दिए गए हाथियों में 2022 में चिकमगलुरु में पकड़ा गया कृष्णा (15), 2023 में होन्नाली से पकड़ा गया शिवमोग्गा अभिमन्यु (14), 2019 में कुशलनगर में पकड़ा गया देव (39) और दुबारे कैंप में पैदा हुआ रंजन (26) शामिल है।
सिद्धरमैया ने कहा, “हम कर्नाटक की ओर से आंध्र प्रदेश को हाथी सौंप रहे हैं। हम छह कुमकी हाथियों को सौंपने पर सहमत हुए थे, लेकिन आज हम चार सौंप रहे हैं और शेष दो बाद में सौंपे जाएंगे। ये सभी हाथी प्रशिक्षित हैं। आंध्र के हाथियों की देखभाल करने वाले महावतों को करीब एक महीने तक प्रशिक्षित किया गया।”
उन्होंने हाथी सौंपने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में 3,695 हाथी हैं, जो संभवतः देश में सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा, “हाल के दिनों में मानव-हाथी संघर्ष में बढ़ोतरी हुई है और इसे रोकने के लिए सभी राज्यों का सहयोग महत्वपूर्ण है। जब दूसरे राज्यों के साथ समन्वय होगा तभी संघर्षों को कम किया जा सकता है। अगर इसे रोका जा सकता है, तो यह और भी अच्छा है।… इसे रोकना कर्नाटक समेत सभी राज्यों की जिम्मेदारी है।”
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए पवन कल्याण ने कर्नाटक सरकार को कुमकी हाथी सौंप उनके राज्य में मानव-हाथी संघर्ष को कम करने में मदद के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, “आंध्र प्रदेश पिछले 20 वर्षों से हाथी और मानव संघर्ष को कम करने की आवश्यकता महसूस कर रहा है और सोच रहा है कि इसे कैसे किया जाए। कर्नाटक सरकार ने बेहतरीन काम किया है। उनके उपाय बेहतरीन हैं और हम कर्नाटक सरकार से सीख रहे हैं।”