नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) मैक्रोटेक डेवलपर्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अभिषेक लोढ़ा ने कहा है कि भारतीय संपत्ति बाजार में ‘एकीकरण की तिकड़ी’ देखने को मिल रही है, जिसमें उपभोक्ता, ऋणदाता और भूस्वामी कुछ प्रतिष्ठित रियल एस्टेट कंपनियों के ही साथ काम करना पसंद कर रहे हैं।
अग्रणी रियल एस्टेट कंपनियों में शामिल मैक्रोटेक डेवलपर्स के शीर्ष अधिकारी का मानना है कि संपत्ति बाजार में यह एकीकरण लंबे समय तक जारी रहेगा।
लोढ़ा ने मांग सुस्त पड़ने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘‘हमें लगता है कि इस समय एकीकरण की तिकड़ी काम कर रही है। यह उपभोक्ता, ऋणदाता और भूमि मालिक तीनों पक्षों पर होने वाला एकीकरण है। तीनों पक्ष केवल गिने-चुने डेवलपर के ही साथ काम करना चाहते हैं।’’
विश्लेषकों के साथ चर्चा में लोढ़ा ने कहा, ‘‘यह बहुत स्पष्ट है कि इस एकीकरण को अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है, और यह लंबे समय तक चलता रहेगा। इस क्षेत्र में एकीकरण का दौर अभी खत्म नहीं होने वाला है।’’
संपत्ति सलाहकारों के मुताबिक, कोविड महामारी के बाद भारतीय रियल एस्टेट में उपभोक्ताओं को घर देने के बढ़िया रिकॉर्ड वाले प्रतिष्ठित बिल्डरों की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है।
मांग सुस्त पड़ने से जुड़ी चिंताओं पर लोढ़ा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सुस्ती किसी एक खंड तक सीमित होगी और सभी खंड तक नहीं फैली है। मसलन, पिछले तीन वर्षों में मध्यम-आय खंड का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।’’
लोढ़ा ने कहा, ‘‘सुस्ती के दौर में भी आप देखेंगे कि शीर्ष डेवलपर पर इसका असर कम होगा या एकदम नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि सुस्ती अनिवार्य रूप से कमजोर लोगों को प्रभावित करती है।’’
पिछले वित्त वर्ष में मैक्रोटेक डेवलपर्स की बिक्री बुकिंग 21 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 17,630 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 14,520 करोड़ रुपये थी।
कंपनी का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष में 21,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां बेचना है, जो सालाना 19 प्रतिशत अधिक है।