नयी दिल्ली, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने बृहस्पतिवार को ‘चीफ ऑफ इंटीग्रेटिड डिफेंस स्टाफ’ (सीआईएससी) के रूप में पदभार ग्रहण किया, जिसे इंटीग्रेटिड डिफेंस स्टाफ के मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण पद माना जाता है।
एयर मार्शल दीक्षित 20 से अधिक प्रकार के विमानों में 3,300 घंटे से अधिक उड़ान के अनुभव वाले एक कुशल लड़ाकू पायलट हैं।
वह लेफ्टिनेंट जनरल जे पी मैथ्यू का स्थान लेंगे, जो बुधवार को सेवानिवृत्त हुए।
कार्यभार संभालने से पहले एयर मार्शल दीक्षित ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
लगभग चार दशकों के अपने करियर में एयर मार्शल दीक्षित ने विभिन्न पदों पर कार्य किया है तथा उनकी सेवाओं के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक और वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया है।
सीआईएससी का कार्यभार संभालने से पहले, एयर मार्शल दीक्षित मध्य वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के पद पर तैनात थे। उन्होंने उत्तर भारत और मध्य क्षेत्र में परिचालन तत्परता बढ़ाने और सेना के अन्य अंगों के साथ समन्वय को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।
दीक्षित को छह दिसंबर, 1986 को भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में शामिल किया गया था। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला, रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (बांग्लादेश) और राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, नयी दिल्ली के पूर्व छात्र हैं।
वह एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक और प्रायोगिक परीक्षण पायलट हैं, जिनके पास मिराज-2000, मिग-21 और जगुआर सहित 20 से अधिक प्रकार के विमानों की 3,300 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है।