मुंबई, 13 मई (भाषा) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे और उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के बीच संभावित मेल-मिलाप की अटकलों के कुछ दिनों बाद राज्य के मंत्री और शिवसेना नेता उदय सामंत ने मंगलवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से मुलाकात की।
यह मुलाकात मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य स्थानों पर होने वाले नगर निगम चुनावों से पहले हुई है, लेकिन सामंत ने कहा कि उन्होंने राजनीति पर चर्चा नहीं की।
सामंत ने बताया कि वह आधिकारिक काम से दादर इलाके में थे और उन्होंने राज ठाकरे से मुलाकात की जो उसी इलाके में रहते हैं। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, ‘‘कोई चर्चा नहीं हुई (एमएनएस और शिवसेना के बीच गठबंधन के बारे में)। कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई।’’
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने पिछले महीने कहा था कि वे ‘‘मामूली मुद्दों” को नजरअंदाज कर सकते हैं, जिसके बाद उनके बीच संभावित सुलह की अटकलें लगने लगी।
मनसे प्रमुख ने कहा कि मूल मराठी भाषियों के हितों के लिए एकजुट होना कठिन नहीं है, वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटी-मोटी लड़ाइयां परे रखने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को राज द्वारा समर्थन न दिया जाए।
माना जा रहा है कि उद्धव का इशारा भाजपा और एकनाथ शिंदे की ओर था, जिन्होंने 2022 में शिवसेना को विभाजित कर दिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना आगामी नगर निगम चुनावों में गठबंधन के लिए मनसे को साथ लाने का प्रयास कर रही है।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने कहा कि पार्टी ने राज की पहल पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘‘हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। हमने जनता की भावनाओं का सम्मान किया है। अब तक हम पर आरोप लगाया जा रहा था कि हम सुलह नहीं चाहते।’’