उदगमंडलम (तमिलनाडु), 25 अप्रैल (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से छात्रों को बदलाव का नेतृत्व करने और इसकी दिशा को तय करने के लिए तैयार करने के वास्ते शिक्षा पाठ्यक्रम बनाने की अपील की।
साथ ही, उन्होंने उनसे एक-दूसरे के साथ चीजों को साझा करने और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का आग्रह किया।
उपराष्ट्रपति ने यहां राजभवन में शुरू हुए राज्य, केंद्रीय और निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के दो दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “यह अकेले काम करने का समय नहीं है, क्योंकि इस चुनौती का समाधान करना होगा। हमारे पास समय नहीं है।’’
उन्होंने कहा, “हमारा पाठ्यक्रम इस तरह से तैयार किया जाना चाहिए कि छात्रों को केवल बदलाव के अनुरूप ढालने के लिए नहीं, बल्कि परिवर्तन का नेतृत्व करने और उसकी दिशा को निर्धारित करने के लिए तैयार किया जा सके।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारा प्रशासनिक ढांचा दूसरों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत होना चाहिए।
धनखड़ ने कहा, ” मैं इस मंच से यह बताना चाहता हूं कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति कोई सरकारी नीति नहीं है। यह राष्ट्र के लिए एक नीति है। इसलिए मैं अपील करता हूं कि अब समय आ गया है कि हम सभी इसे अपनाएं, समझें, इसका क्रियान्वयन करें और लाभ उठाएं।”