कीव, 28 अप्रैल (एपी) ट्रंप प्रशासन द्वारा पेश शांति प्रस्ताव में क्रीमिया पर रूस के अधिकार को मान्यता दी गई है। प्रस्ताव के इस अंश से यूक्रेन के अधिकारी स्तब्ध हैं और उनका कहना है कि वे प्रायद्वीप को औपचारिक तौर पर रूस को सौंपना किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे।
विशेषज्ञों के अनुसार, 2014 में रूस द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि को छोड़ना राजनीतिक और कानूनी रूप से भी असंभव है।
इसके लिए यूक्रेन के संविधान में बदलाव और राष्ट्रव्यापी मतदान की आवश्यकता होगी तथा इसे देशद्रोह माना जा सकता है। कानून निर्माता और जनता इस विचार का कड़ा विरोध कर रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की पार्टी के सांसद अलेक्जेंडर मेरेजखो ने कहा, ‘‘इसका कोई मतलब नहीं है।’’
मेरेजखो ने कहा, ‘‘हम क्रीमिया को रूस का हिस्सा कभी नहीं मानेंगे।’’
क्षेत्रीय रियायत के विपरीत, औपचारिक आत्मसमर्पण से यूक्रेन हमेशा के लिए क्रीमिया को खो देगा और यह उम्मीद भी नहीं रहेगी कि यूक्रेन भविष्य में इसे फिर से हासिल कर सकता है।
सर्वेक्षणों से पता चलता है कि अधिकांश आबादी इस तरह के समझौते को स्वीकार करती है।
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने हाल में ‘बीबीसी’ को बताया था कि यूक्रेन को शांति समझौते के तहत अस्थायी रूप से भूमि छोड़नी पड़ सकती है।
शुक्रवार को ‘टाइम’ पत्रिका में प्रकाशित साक्षात्कार में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्रीमिया प्रस्ताव को रेखांकित किया, ‘‘क्रीमिया रूस का हिस्सा रहेगा। जेलेंस्की इसे समझते हैं और हर कोई समझता है कि यह लंबे समय से उनके साथ है।’’
रविवार को जब पत्रकारों ने ट्रंप से पूछा कि क्या जेलेंस्की क्रीमिया छोड़ने के लिए तैयार हैं, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘ओह, मुझे लगता है कि हां। क्रीमिया 12 साल पहले था। वह राष्ट्रपति ओबामा थे जिन्होंने बिना कुछ किए इसे छोड़ दिया था।’’
यूक्रेन के अधिकारियों ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि उन्हें उम्मीद है कि किसी भी समझौते की स्थिति में रूस द्वारा नियंत्रित क्रीमिया और अन्य यूक्रेनी क्षेत्र उसे (यूक्रेन को) वापस मिलेंगे।
ट्रंप ने जेलेंस्की पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत का विरोध करके युद्ध को लंबा खींचने का भी आरोप लगाया है।
दक्षिणी यूक्रेन में काला सागर के किनारे एक रणनीतिक प्रायद्वीप क्रीमिया पर रूस ने 2022 में शुरू हुए आक्रमण से कई साल पहले कब्जा कर लिया था।