कोलकाता, 25 अप्रैल (भाषा) टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (टीआरएसएल) ने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) के साथ मिलकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के उत्तरपाड़ा स्थित अपने विनिर्माण संयंत्र में वंदे भारत शयनयान रेलगाड़ियों के लिए एक अलग उत्पादन इकाई का उद्घाटन किया।
वंदे भारत शयनयान (स्लीपर) रेलगाडियां देश में लंबी दूरी तय करने वाली पहली ऐसी ट्रेन होगी जो मध्यम उच्च गति से चलेंगी। इन्हें वंदे भारत ट्रेनों की तर्ज पर विकसित किया गया है जिनमें यात्री लेटकर सफर कर सकेंगे।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को यात्रियों की बेहतर सुविधा, स्वदेशी तकनीक, आधुनिक लेआउट, स्मार्ट ऑनबोर्ड सिस्टम और बेहतर सुरक्षा के लिए तैयार किया गया है।
भारतीय रेलवे ने टीआरएसएल और बीएचईएल के गठजोड़ को 80 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के डिजाइन, विनिर्माण और 35 साल के रखरखाव के लिए 24,000 करोड़ रुपये का ठेका दिया हुआ है। इसी सिलसिले में यह उत्पादन संयंत्र स्थापित किया गया है।
इस संयंत्र के उद्घाटन के समय टीआरएसएल के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी और बीएचईएल के निदेशक बानी वर्मा सहित दोनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
उत्तरपारा इकाई में उत्पादन अब चालू हो गया है। यह देश की एकमात्र साइट है, जहां एक ही छत के नीचे स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम, दोनों तरह के कोच बन सकते हैं।
चौधरी ने कहा कि 300 कोच की मौजूदा वार्षिक क्षमता के साथ, मांग बढ़ने पर उत्तरपारा संयंत्र की क्षमता को 850 कोच तक बढ़ाया जा सकता है।