न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 25 अप्रैल (भाषा) अमेरिका ने पहलगाम में ‘‘जघन्य’’ आतंकवादी हमला करने के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाए जाने का आह्वान करते हुए कहा कि वह भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘जैसा कि (अमेरिका के) राष्ट्रपति (डोनाल्ड) ट्रंप और विदेश मंत्री (मार्को) रुबियो ने भी स्पष्ट किया है, अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है।’’
ब्रूस ने कहा, ‘‘हम लोगों के मारे जाने पर शोक व्यक्त करते हैं और घायलों के स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हम इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाए जाने का आह्वान करते हैं।’’
कश्मीर के पहलगाम शहर के पास मंगलवार को आतंकवादियों के हमले में 26 नागरिक मारे गए। मृतकों में अधिकतर पर्यटक थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका को लगता है कि इस हमले के पीछे संभवत: पाकिस्तान का हाथ है और क्या वाशिंगटन दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में कोई भूमिका निभा रहा है, ब्रूस ने कहा कि स्थिति की गंभीरता के कारण यह मुद्दा उठा है, लेकिन वह इस समय इस पर कोई और टिप्पणी नहीं करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको बता सकती हूं कि जैसा कि हम सभी जानते हैं, यह तेजी से बदलता घटनाक्रम है और जैसा कि आप कल्पना कर सकते हैं, हम इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। स्पष्ट है कि हम कश्मीर या जम्मू की स्थिति पर कोई रुख नहीं अपना रहे इसलिए मैं आज सिर्फ इतना ही कह सकती हूं।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी, तो उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा है…मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगी।’’